श्रीनगर: कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में बुधवार देर रात उस समय दहशत फैल गई जब कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रसार पर नियंत्रण के लिए लागू लॉकडाउन के बीच मस्जिदों से असामयिक अजान की आवाज सुनाई दी। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार की रात 10 बजे अजान के बाद कुछ लोग पास की मस्जिदों में पहुंचे, वहीं कुछ लोगों ने अपने घरों में प्रार्थना की।
पाकिस्तान (Pakistan) में एक धार्मिक संगठन ने कथित तौर पर दुनिया भर के मुसलमानों को रात में करीब 10 बजे अपने घरों से बाहर आने और नमाज अदा करने को कहा था। अधिकारियों ने कहा कि जो लोग मस्जिदों में पहुंचे थे, वे कुछ समय तक वहां रहे और बाद में अपने घर लौट गए। इस बीच, बुधवार रात मस्जिदों में लोगों के एकत्र होने तथा कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अधिकारियों ने लोगों से धार्मिक स्थानों पर जमा नहीं होने और घरों में ही रहने की अपील की।
श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट शाहिद चौधरी ने ट्विटर पर कहा, 'प्रार्थनाएं घर से भी समान रूप से प्रभावी होती हैं जितना वे धार्मिक स्थान से होती हैं। ऐसे समय पर लोगों को घरों से बाहर नहीं बुलाएं जब दुनिया में हर कोई घर पर ही रह रहा हो।' उन्होंने लोगों से घरों के अंदर ही रहने की अपील की ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
बाद में, चौधरी ने कहा कि विभिन्न धार्मिक स्थलों के प्रबंधन ने प्रशासन के साथ सहयोग किया और उन स्थानों को बंद कर दिया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा 'श्रीनगर में सभी धार्मिक स्थलों को प्रबंधन समितियों के सक्रिय सहयोग से बंद करने का काम चल रहा है। पवित्र हजरतबल, नक़शबंद साहिब ने रास्ता दिखाया।'
मालूम हो, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण पूरी दुनिया में संक्रमित हो रहे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में पूरे विश्व में दहशत का माहौल बना हुआ है। भारत में भी स्थिति ख़राब है। यहां अब तक 694 मरीज कोविड-19 (COVID-19) पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि इस वायरस की वजह से 14 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।