गुवाहाटी, 11 अगस्त असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने बुधवार को कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-37 के 35 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित उपरिगामी गलियारे के बारे में उन्होंने केंद्र के साथ चर्चा की है और उसने अनुकूल प्रतिक्रिया दी है।
विधानसभा में अनुदान की अनुपूरक मांगों पर कटौती प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सरमा ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर विस्तार से चर्चा हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ असम के सभी सांसदों के साथ मैं कल दिल्ली में नितिन गडकरी से मिला। हमने काजीरंगा उपरिगमामी सड़क परियोजना पर चर्चा की । आपको यह जानकर खुशी होगी कि यह करीब करीब सही मार्ग पर है।’’
उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान यह प्रसिद्ध उद्यान जलमग्न हो जाता है और राष्ट्रीय राजमार्ग 37 पार करने की कोशिश में बड़ी संख्या में जानवर मारे जाते हैं।
एनएच-37 उपरी असम के जिलों के लिए जीवन रेखा की भांति है और इस क्षेत्र को असम के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एक मात्रा मार्ग है। इस रास्ते का एक बड़ा हिस्सा काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से गुजरता है।
सरमा ने कहा, ‘‘ यदि हम इस खंड पर 35 किलोमीटर लंबा उपरिगामी मार्ग का निर्माण कर पाएं तो जानवर बच जायेंगे। उपरिगामी मार्ग के बन जाने के बाद वर्तमान रोड का उपयोग स्थानीय लोग कर सकते हैं।’’
बीस जुलाई को मुख्यमंत्री ने उपरिगामी गलियारे के खंउ को मंजूरी दी थी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को परियोजना के क्रियान्वयन के वास्ते त्वरित ढंग से जरूरी कदम उठाने को कहा था। योजना के मुताबिक यह उपरिगामी मार्ग जाखालाबंधा को बोखाघाटा से जोड़ेगा।
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