आईएनएक्स मीडिया घोटाले में गिरफ्तार पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए है।
दिग्विजय ने ट्विटर पर लिखा, यह केवल प्रतिषोध की भावना से की गयी कार्यवाही है। दूसरों की तरह यदि चिदंबरम जी भाजपा में चले जाते तो क्या वे गिरफ़्तार होते? मोदी अमित शाह की जोड़ी पूरी तरह प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। यही “गुजरात मोडल ऑफ़ गवर्नेन्स” है। मैं चिदंबरम जी के साहस को दाद देता हूँ।
गौरतलब है कि चिदंबरम को सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया मामले में गत 21 अगस्त को गिरफ्तार किया है। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं और तिहाड़ जेल में बंद हैं।
आरोप है कि वित्त मंत्री के रूप में चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान 2007 में 305 करोड़ रुपये का विदेशी फंड प्राप्त करने के लिए आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी देने में अनियमितता बरती गई।
इसी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 15 मई, 2017 को प्राथमिकी दर्ज की थी। इसके बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने इस संबंध में 2017 में ही धन शोधन का मामला दर्ज किया था।
संप्रग के 10 साल शासन के दौरान चिदंबरम 2004 से 2014 तक देश के गृह मंत्री तथा वित्त मंत्री रहे थे।
किसी अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं हो: चिदंबरम
पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि उनसे जुड़े इस मामले में किसी भी अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए क्योंकि किसी ने कुछ गलत नहीं किया है। चिदंबरम की ओर से उनके परिवार ने उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह टिप्पणी पोस्ट की।
चिदंबरम ने कहा, "लोगों ने मुझसे पूछा कि 'अगर आपको मामले के बारे में सुझाव देने और प्रक्रिया को आगे बढाने वाले दर्जनों अधिकारियों को गिफ्तार नहीं किया गया तो आप को क्यों गिरफ्तार किया गया।" उन्होंने कहा, ''मेरे पास कोई जवाब नहीं है। किसी अधिकारी ने कुछ गलत नहीं किया है। मैं नहीं चाहता कि किसी की गिफ्तारी हो।'