कांग्रेस हेड ऑफिस से 'निकाले' गए दिग्विजय सिंह, सामान समेट कर निकले
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 29, 2018 01:22 PM2018-05-29T13:22:51+5:302018-05-29T14:17:35+5:30
सोनिया गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, तब दिग्विजय सिंह का चेंबर मुख्यालय 24 अकबर रोड पर सोनिया गांधी के ठीक सामने था।
नई दिल्ली, 29 मईः करीब एक दशक तक कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के करीबी रहने वाले दिग्विजय सिंह को कांग्रेस हेड ऑफिस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। एक प्रमुख हिन्दी दैनिक के मुताबिक कांग्रेस नहीं चाहती थी कि कोई विवादित चेहरा पार्टी मुख्यालय में सामने रहे। इसलिए सोमवार को उनका सामान समेटवा दिया गया। अब दिग्विजय सिंह कांग्रेस के मुख्यालय 24 अकबर रोड पर नहीं दिखाई देंगे। उन्होंने अपना सामान समेट कमरा खाली कर दिया है।
सोनिया गांधी के ठीक सामने था चेंबर
जब सोनिया गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, तब दिग्विजय सिंह का चेंबर मुख्यालय 24 अकबर रोड पर सोनिया गांधी के ठीक सामने था। उनके बगल में जनार्दन द्विवेदी का चेंबर है। लेकिन अब वहां दिग्विजय का चेंबर नहीं दिखाई देगा।
कभी रहे थे राहुल के राजनीतिक गुरु, कहलाए जाते थे चाणक्य
दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। करीब 8-10 सालों तक वह राहुल के सबसे करीबी नेताओं में से एक रहे। लेकिन उसके बाद उनके कई बयानों पर पार्टी की किरकिरी हुई। कई बार पार्टी ने उनके बयानों से किनारा भी किया। साल 2012 के यूपी चुनावों में वह राहुल के साथ बेहद महत्वपूर्ण भूमिका में रहे। लेकिन वहां हार के बाद दिग्विजय सिंह को किनारे लगाने का काम शुरू हो गया था। बीते कुछ सालों में संगठन में उनकी शक्ति एकदम क्षीण हो गई थी।
हाल ही में उनके आंध्र प्रदेश का प्रभाव वापस भी लिया गया। हालांकि अभी उनकी राजनीति समाप्त नहीं हुई है। वे मध्य प्रदेश की राजनीति में बने हुए हैं। हाल ही में उन्हें मध्य प्रदेश चुनाव के लिए बनी समन्वय समिति का चेयरमैन बनाया गया था।
दिग्विजय से आंध्र प्रदेश का प्रभार वापस, चांडी को मिली जिम्मेदारी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश के लिए प्रभारी महासचिव की भूमिका निभा रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के स्थान पर आज केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की नियुक्ति कर दी।
इसके साथ ही राहुल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार के प्रभारी पद से मुक्त कर गौरव गोगोई को यह जिम्मेदारी सौंपी। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दिग्विजय सिंह के स्थान पर चांडी और जोशी के स्थान पर गोगोई की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से की गयी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी आंध्र प्रदेश के प्रभारी महासचिव की जिम्मेदारी से हट रहे दिग्विजय सिंह और पश्चिम बंगाल एवं अंडमान-निकोबार के प्रभारी की जिम्मेदारी से हट रहे जोशी की कड़ी मेहनत और योगदान की सराहना करती है।
हाल ही में सिंह को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गठित समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सिंह के पास अब बतौर महासचिव तेलंगाना की जिम्मेदारी है।
उधर, राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले जोशी से हाल ही में बिहार का प्रभार वापस ले लिया गया था और यह जिम्मेदारी शक्ति सिंह गोहिल को सौंप दी गयी थी। जोशी के पास अब असम की जिम्मेदारी के साथ पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों का अतिरिक्त प्रभार है।