धार में मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान नहीं किया लाठीचार्ज: पुलिस
By भाषा | Published: October 19, 2021 09:30 PM2021-10-19T21:30:58+5:302021-10-19T21:30:58+5:30
धार, 19 अक्टूबर मध्य प्रदेश के धार शहर में पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन मिलाद-उन-नबी के मौके पर मंगलवार को निकाले गए जुलूस के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किए जाने की बात से इनकार किया है। पुलिस ने हालांकि निर्धारित मार्ग का उल्लंघन करने के आरोप में मामला दर्ज किया है और इस दौरान उपद्रव करने वालों में शामिल 51 लोगों की पहचान कर ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि मार्ग को लेकर विवाद के बाद लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। हालांकि, पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज करने से इनकार किया है।
धार जिले के पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘लाठीचार्ज की कोई घटना नहीं हुई। मिलाद-उन-नबी जुलूस के लिए एक मार्ग तय किया गया था, लेकिन कुछ उपद्रवी लोग जुलूस में शामिल हो गए और जुलूस को पारंपरिक मार्ग से ही ले जाने पर जोर देने लगे। ऐसे लोगों को वहां से बाहर निकाला गया और बाद में शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस निकाला गया।’’
अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद घटना के लिए जिम्मेदार उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने कहा, ‘‘आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 188 एवं 147 के साथ-साथ कोविड रोधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने, सरकारी काम में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, निर्धारित मार्ग का उल्लंघन करने और कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने को लेकर मामला दर्ज किया गया है।’’
पाटीदार ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों के जरिए उपद्रव में शामिल 51 लोगों की पहचान कर ली गई है और अन्य की पहचान की जा रही है। इन लोगों ने पुलिस एवं अन्य लोगों के साथ भी हाथापाई की थी।
उन्होंने कहा कि शहर में आज इस जुलूस के दौरान तीन अन्य स्थानों पर भी उपद्रव की छोटी-मोटी घटनाएं हुईं और इस संबंध में तीन अन्य मामले भी दर्ज किए गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जुलूस शहर की गुलमोहर कॉलोनी से शुरू हुआ और शहर के अन्य क्षेत्रों से गुजरते हुए इसे उसी स्थान पर वापस आना था।
उन्होंने कहा कि लेकिन, जुलूस जब पुरानी नगर पालिका पहुंचा तब वह मोहन टॉकीज की ओर मुड़ गया। इस पर पुलिस और जुलूस में शामिल कुछ लोगों के बीच विवाद हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि भीड़ में से कुछ लोगों के सड़क पर बैठने के बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। बाद में, जुलूस हटवाड़ा से होते हुए राजवाड़ा की ओर निकाला गया और अंत में मुरादपुरा में समाप्त हुआ।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।