देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव सरकार द्वारा राणा दंपति पर लगाये गये देशद्रोह के आरोप को मूर्खतापूर्ण फैसला कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 11, 2022 01:52 PM2022-05-11T13:52:22+5:302022-05-11T13:56:51+5:30
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने नागपुर में कहा कि सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ मुंबई पुलिस को देशद्रोह जैसे मामले में केस दर्ज करना ही नहीं चाहिए था।
नागपुर: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा पर देशद्रोह का मामला दर्ज किये जाने को मूर्खतापूर्ण भरा कदम बताया है।
देवेंद्र फड़नवीस ने बुधवार को नागपुर में कहा कि सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ मुंबई पुलिस को देशद्रोह जैसे मामले में केस दर्ज करना ही नहीं चाहिए था।
पूर्व मुख्यमंत्री फड़नवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "किसी को हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए गिरफ्तार करना बेहद बेवकूफी भरा कदम माना जाएगा और कोर्ट ने राणा दंपति को जमानत देकर सरकार की मूर्खता को सिद्ध कर दिया है।"
मालूम हो कि बीते 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बांद्रा स्थित निजी आवास 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
मुंबई पुलिस ने इस मामले में राणा दंपति के खिलाफ देशद्रोह और दो समुदायों के बीच दुश्मनी फैलाने के इरादे से कार्य करने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसमें सांसद पत्नी और विधायक पति को बाद में कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
वहीं जमानत मिलने के बाद सांसद नवनीत राणा ने विभिन्न शारीरिक तकलीफों का हवाला देते हुए इलाज के लिए लीलावती अस्पताल में भर्ती हो गई थीं। जहां से वो घर पहुंची और बेल शर्तों को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ राजनीतिक बयान देने लगीं।
जिसके बाद शिवसेना भी सांसद नवनीत राणा पर हमलावर हुई और आरोप लगाया कि राणा ने राजनीति करने के लीलावती अस्पताल के एमआईआई कमरे से अपने शारीरिक जांच की फोटो मीडिया में सर्कुलेट करवाई।
इउस मामले में शिवसेना ने बीएमसी से भी आग्रह किया है कि वो लीलावती अस्पताल के खिलाफ एक्शन लें और राणा से उनकी एमआईआई रिपोर्ट सार्वजनिक करने के लिए कहा है।
कुल मिलाकर राणा दंपति ने इस समय उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक रखा है और भाजपा इसमें उनका साथ दे रही है और शिवसेना राणा दंपति पर आरोप लगा रही है कि वो भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र को अस्थिर करने की साजिश रच रही हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)