दिल्ली हिंसा को लेकर एक बार फिर से शिवसेना नेता संजय राउत ने गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोल दिया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे अपने लेख में संजय राउत ने लिखा कि इस नरसंहार को देखकर तो यमराज भी अपने पद से इस्तीफा दे देते।
एचटी के मुताबिक, इसके साथ ही उन्होंने अपने इस लेख में लिखा कि राजनीति ने मानवता खोई है जिससे धार्मिक उन्माद बढ़ा है और इसी की वजह से एक नए तरह का राष्ट्रवाद उभर कर सामने आया है। यह नए तरह का राष्ट्रवाद ही लोगों को मार रहा है। इसके साथ ही संजय राउत ने कहा कि मासूम हिंदू-मुस्लिम दोनों अनाथ हो गए हैं।
बता दें कि इससे पहले भी संजय राउत अमित शाह से दिल्ली हिंसा को लेकर इस्तीफा मांगते रहे हैं। उत्तरपूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार (03 मार्च) को कहा था कि विपक्षी दलों को सरकार से सवाल पूछने और इस्तीफे की मांग करने का अधिकार है।
Opposition has right to ask questions, demand resignation over Delhi violence: Sanjay RautRead @ANI Story| https://t.co/sZFz9pSZ6Epic.twitter.com/mHltu3NHd3— ANI Digital (@ani_digital) March 3, 2020
दरअसल, कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष दिल्ली हिंसा को लेकर केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग कर रहा है। इसी मुद्दे पर विपक्ष संसद में नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रहा है, जिसकी वजह संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दिनों संजय राउत ने कहा, 'दिल्ली हिंसा एक संवेदनशील मुद्दा है। इसके लिए गृह मंत्रालय जिम्मेदार है। विपक्ष के पास सवाल पूछने और इस्तीफे की मांग करने का अधिकार है। चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या फिर गृह मंत्री। उन्हें सदन में आकर जवाब देना होगा।'
उन्होंने कहा था कि शिवराज पाटिल 2004 से 2008 तक केंद्रीय गृह मंत्री थे। इस दौरान दिल्ली में सीरियल बम विस्फोटों हुए थे, जिसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार जिम्मेदारी नहीं लेती है। वे इसके लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराते हैं।
बता दें, दिल्ली हिंसा को लेकर संसद से लेकर सड़क तक हंगामा बरपा हुआ है। इस घटना में कम से कम 47 लोगों की जान चली गई और लगभग 200 लोग घायल हुए हैं। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरु हुआ है। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चला था।