दिल्ली हिंसाः सामने आई दिल दहला देने वाली तस्वीर, एक इंसान पर लाठी-डंडों-रॉड के साथ बरस पड़ी भीड़, बच्चों के लिए खाना लेने निकला था
By गुणातीत ओझा | Published: February 26, 2020 01:19 PM2020-02-26T13:19:12+5:302020-02-26T13:19:12+5:30
वो रहम की भीख मांगता रहा लेकिन उपद्रवी लाठी-डंडों-रॉड के साथ उसपर हमलावर हो गए। वह तब तक गिड़गिड़ाता रहा जब तक उसे होश था।
नागरिकता संशोध कानून के समर्थन और विरोध के बीच सुलग रही उत्तर पूर्वी दिल्ली की बेचैन कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। दहशत का खौफनाक मंजर दिल दहला देने वाला है। उपद्रवियों ने कानून हाथ में ले लिया है। हिंसा में अबतक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हालात पर नियंत्रण पाने के लिए चार जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है साथ ही दंगा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश है। इस बीच एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसे देख आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को चांदबाग क्षेत्र में रहने वाला जुबैर अपने बच्चों के लिए हलवा और पराठा लेने निकला था। हलवा-पराठा लेकर जब वह घर के लिए लौट रहा था तो अचानक सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ ने उसे घेर लिया। वो रहम की भीख मांगता रहा लेकिन उपद्रवी लाठी-डंडों-रॉड के साथ उसपर हमलावर हो गए। वह तब तक गिड़गिड़ाता रहा जब तक उसे होश था। जुबैर के पिटाई की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जुबैर को जब होश आया तो वह जीटीबी हॉस्पिटल में था। जुबैर को जब उसकी वायरल तस्वीर दिखाई गई तो उसकी रूह कांप गई.. वह तस्वीर की तरफ देखने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था।
जुबैर ने कहा, “मेरी पत्नी और बच्चे इस सब से बहुत दूर हैं। मैं बिल्कुल भी राजनीतिक व्यक्ति नहीं हूं। मैं बस दुआ की नमाज पढ़ने गया था और अपने बच्चों के लिए मिठाई लेकर घर लौट रहा था। मुझे लगा कि यह उन्हें खुश कर देगा। मुझे नहीं पता कि मैं उन्हें कब देखूंगा।” नौवीं कक्षा पास जुबैर एक मजदूर है और महीने में लगभग 15,000 रुपये कमाता है।
दहशत के मारे जुबैर के भाई ने चांद बाग स्थित उसके दो कमरों के घर में खुद को और परिवार के बाकी लोगों को बंद कर लिया है। भाई और परिवार के अन्य सदस्य अपनी सुरक्षा के डर से, जुबैर से नहीं मिल पाए।