दिल्ली हिंसा: लोकसभा में कपिल मिश्रा के बचाव में उतरी मीनाक्षी लेखी, 'दंगाईयों' से कहा- लोग टूट जाते हैं घर बनाने में और तुम तरस नहीं खाते घर जलाने में
By अनुराग आनंद | Published: March 11, 2020 05:22 PM2020-03-11T17:22:24+5:302020-03-11T17:22:24+5:30
लोकसभा में मिनाक्षी लेखी ने कहा कि अनुराग ठाकुर और वर्मा ने क्रमशः 20 जनवरी और 28 जनवरी को टिप्पणियां की थीं, जबकि हिंसा 23 फरवरी को शुरू हुई।
दिल्ली: दिल्ली हिंसा को लेकर लोकसभा में हो रहे बहस के दौरान सांसद मीनाक्षी लेखी भाजपा नेता कपिल मिश्रा व प्रवेश वर्मा के बचाव में उतर गई। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा प्रवेश वर्मा व कपिल मिश्रा पर उठाए जा रहे सवाल को लेकर भी जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा को हिंसा के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि दोषी कोई और है।
इसके साथ ही लेखी ने कहा कि अनुराग और वर्मा ने क्रमशः 20 जनवरी और 28 जनवरी को टिप्पणियां की थीं, जबकि हिंसा 23 फरवरी को शुरू हुई। लेखी ने कहा कि कपिल मिश्रा को अमानतुल्ला खान, शारजील इमाम और ताहिर हुसैन के कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
Meenakshi Lekhi: They talked of 1984 riots, I would like to tell them that they've forgotten that some accused are today on the position of CM. The violence (#DelhiViolence) was brought under control within 36 hrs which, if you look at in hindsight, was in the making for months. https://t.co/YKdDF6K6yr
— ANI (@ANI) March 11, 2020
बता दें कि दिल्ली हिंसा मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन के करीबी इरशाद,आबिद और शाहदाब को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों आरोपी मुस्तफाबाद के रहने वाले हैं। दिल्ली हिंसा वाले दिन 24 फरवरी को निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन (IB ऑफिसर अंकित शर्मा हत्याकांड में आरोपी) के साथ ये तीनों थे और उनके बहुत करीबी बताए जाते हैं। ताहिर हुसैन पर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। ताहिर हुसैन इस वक्त दिल्ली पुलिस की हिरासत में है। ताहिर हुसैन पर दिल्ली हिंसा को लेकर कुल तीन एफआईआर दर्ज हैं।
ताहिर हुसैन पर ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस
आम आदमी पार्टी (AAP) के निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। ईडी ने एफआईआर में दावा किया है कि आप (AAP) से निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन का पीएफआई (PFI) के साथ लिंक है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि दिल्ली हिंसा के दौरान पीएफआई के साथ ताहिर हुसैन के लिंक सामने आए हैं। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामला धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया है। ताहिर हुसैन पर दिल्ली हिंसा के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया गया है।
ताहिर के भाई शाह आलम को भी दिल्ली पुलिस ने लिया है हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने कुछ दिनों पहले दिल्ली में हिंसा भड़काने और अंकित शर्मा की हत्या की साजिश के आरोप में ताहिर के भाई शाह आलम को हिरासत में लिया था। ताहिर हुसैन पर हत्या का आरोप लगने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था।