राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में हिंसा में मरने वालों की संख्या आज 28 हो गई है। दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (GTB) अस्पताल में आज (27 फरवरी) सुबह एक और मौत हुई है। दिल्ली हिंसा में मरने वालों के आंकड़ों में इजाफा होने की संभावना है। इसमें लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में हुई 2 मौतें भी शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि बुधवार को शांति रही लेकिन कुछ स्थानों पर दुकानों में आग लगा दी गयी और गुप्तचर ब्यूरो के एक कर्मचारी अंकित शर्मा का शव नाले से बरामद किया गया। तकरीबन 200 लोग घायल हैं। घायलों का इलाज दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (GTB) अस्पताल में चल रहा है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने हिंसा में कथित भागीदारी को लेकर 106 लोगों को गिरफ्तार किया है और 18 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मणदीप सिंह रंधावा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ बुधवार को कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी और उत्तर पूर्व दिल्ली से पीसीआर कॉल घट गये।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली वासियों से की शांति की अपील
दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में वर्तमान स्थिति की गहन समीक्षा की है । उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जल्दी शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल हो। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में वर्तमान हालात की गहन समीक्षा की। पुलिस एवं अन्य एजेंसियां सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिये काम कर रही हैं।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ हमारे संस्कार के मूल में शांति, सौहार्द है। मैं दिल्ली के बहनों, भाइयों से शांति और भाईचारा बनाये रखने की अपील करता हूं ।’’
राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति नियंत्रित करने का काम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को दिया गया है। डोभाल ने मिली जुली आबादी वाले क्षेत्र में जा कर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘जो कुछ हुआ सो हुआ। इंशाअल्ला, जल्दी ही पूरी शांति होगी ।’’ दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक तथा नव नियुक्त विशेष आयुक्त एस एन श्रीवास्तव के साथ मंगलवार को उन्होंने देर रात इलाके का दौरा किया था। सूत्रों ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के दौरान हिंसा पर अंकुश लगाने में विफल रहने के बाद, श्रीवास्तव के बारे में यह माना जाता है कि डोभाल ने उनका चयन किया है।