Delhi Violence: दिल्ली पुलिस गिरफ्तार पार्षद ताहिर हुसैन को आज कोर्ट में करेगी पेश, IB अफसर अंकित शर्मा की हत्या का है आरोप
By रामदीप मिश्रा | Published: March 6, 2020 09:09 AM2020-03-06T09:09:04+5:302020-03-06T09:09:04+5:30
दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए ताहिर हुसैन को निलंबित कर दिया था। दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम 42 व्यक्तियों की जान गई है और करीब 200 लोग घायल हुए हैं। ताहिर के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहा था।
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की सरेंडर करने की याचिका ठुकरा दी थी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया। गिरफ्तार ताहिर को आज (06 मार्च) को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ताहिर पर खुफिया ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की कथित हत्या मामले में शामिल होने का आरोप
बीते दिन अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट विशाल पाहूजा ने हुसैन की याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि उसके द्वारा मांगी गई राहत इस अदालत के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। अदालत ने कहा था कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 177 के तहत अपराध की जांच और मुकदमा उसी अदालत द्वारा चलाया जाना चाहिए जिसके अधिकार क्षेत्र में अपराध हुआ है। इस मामले में अपराध पीएस दयालपुर थाना के अंतर्गत हुआ जो कि कड़कड़डूमा अदालत के क्षेत्राधिकार में आता है। आवेदन में इसे यहां दायर करने के लिए बताई गई वजह राहत के लिए इस मंच को चुनने के आवेदक के आचरण को उचित नहीं ठहराती है।
दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए ताहिर हुसैन को निलंबित कर दिया था। दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम 42 व्यक्तियों की जान गई है और करीब 200 लोग घायल हुए हैं। ताहिर के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस के मुताबिक 654 मामले दर्ज किए गए हैं और बृहस्पतिवार की शाम तक 1820 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
इधर, दिल्ली पुलिस महानगर के उत्तरपूर्वी हिस्से में पिछले हफ्ते हुए सांप्रदायिक दंगों के सैकड़ों वीडियो फुटेज जुटा रही है और उनकी जांच कर रही है। साथ ही हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए मोबाइल कॉल एवं डाटा रिकॉर्ड भी जुटा रही है। पुलिस ताहिर हुसैन की भी कॉल डिटेल निकालने में जुटी हुई है। उसे शक है कि हिंसा के समय ताहिर की मोबाइल की लोकेशन क्या था और वह कहां थे?
दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग, कर्दमपुरी और शिव विहार जैसे दंगा प्रभावित इलाकों के कई लोग दंगों में 'बाहरी लोगों' की भूमिका होने के आरोप लगा रहे हैं। हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के दो विशेष जांच दलों (एसआईटी) का गठन किया गया है।