दिल्लीः विभागों में नियुक्त 400 ‘विशेषज्ञों’ की सेवाएं समाप्त, एलजी सक्सेना ने नौकरी से निकाला, आप सरकार और उपराज्यपाल में फिर से ठनी की नौबत!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 3, 2023 09:29 PM2023-07-03T21:29:58+5:302023-07-03T21:56:23+5:30
दिल्लीः नियुक्तियों में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा निर्धारित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य आरक्षण नीति का भी पालन नहीं किया गया।
नई दिल्लीः दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में नियुक्त करीब 400 ‘‘विशेषज्ञों’’ की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस फैसले से उपराज्यपाल और सत्तारूढ़ ‘आप’ के बीच टकराव बढ़ने की आशंका है।
उपराज्यपाल कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ये विशेषज्ञ ‘‘गैर-पारदर्शी तरीके’’ से और सक्षम प्राधिकारी की अनिवार्य मंजूरी के बिना नियुक्त किए गए थे। बयान में कहा गया कि नियुक्तियों में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा निर्धारित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य आरक्षण नीति का भी पालन नहीं किया गया।
अरविंद केजरीवाल सरकार की ओर से इस मामले में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। बयान में कहा गया, ‘‘दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न विभाग एवं एजेंसियों में फेलो/सलाहकार/ उप सलाहकार/विशेषज्ञ/वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी/परामर्शदाता आदि के रूप में नियुक्त लगभग 400 निजी व्यक्तियों की सेवाओं को तुरंत समाप्त करने के सेवा विभाग के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की है।’’
इसमें कहा गया कि सेवा विभाग ने पाया कि ऐसे कई निजी व्यक्ति पदों पर भर्ती के लिए जारी विज्ञापनों में निर्धारित शैक्षिक और कार्य पात्रता मानदंडों को भी पूरा नहीं करते हैं। बयान में आरोप लगाया गया कि संबंधित प्रशासनिक विभागों ने भी इन निजी व्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत कार्य अनुभव प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता को ‘‘सत्यापित नहीं किया’’ और कई मामलों में ‘‘हेराफेरी’’ पाई गई।