दिल्ली के सीलमपुर में CAA का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर किया पथराव, पुलिसवाले की पिटाई का वीडियो आया सामने
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 17, 2019 17:56 IST2019-12-17T17:00:46+5:302019-12-17T17:56:51+5:30
दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि कोई गोली नहीं चलाई गई है। केवल आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया। स्थिति अब नियंत्रण में है। कुछ पुलिस कर्मी घायल हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान दो सार्वजनिक परिवहन बसें, एक रैपिड एक्शन फोर्स बस और कुछ बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं।

प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाए।
सीलमपुर में नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान बवाल हो गया। दिल्ली के सीलमपुर में CAA का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि लोग पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बसों पर पथराव किया। पुलिस पर पत्थर फेंके।
दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि कोई गोली नहीं चलाई गई है। केवल आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया। स्थिति अब नियंत्रण में है। कुछ पुलिस कर्मी घायल हैं। विरोध प्रदर्शन के दौरान दो सार्वजनिक परिवहन बसें, एक रैपिड एक्शन फोर्स बस और कुछ बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं।
सीलमपुर इलाके में मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया जब स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और कई बसों को नुकसान पहुंचाया। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े व लाठीचार्ज किया। इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीलमपुर टी प्वाइंट पर लोग एकत्र हुए और दोपहर करीब बारह बजे विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रदर्शनकारी सीलमपुर से जाफराबाद की ओर बढ़ रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और सरकार के विरोध में नारे लगाए। सीलमपुर चौक पर सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की तब उनके बीच संघर्ष हुआ।
प्रदर्शन में शामिल मोहम्मद सादिक ने बताया कि उनका यह विरोध जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई तथा देश में एनआरसी लागू करने के लिए तैयार की जा रही पृष्ठभूमि के खिलाफ है। कासिम नामक एक अन्य व्यक्ति ने कहा ‘‘देश में एनआरसी लागू नहीं होना चाहिए। हमारा विरोध इसी बात को लेकर है। पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है ताकि एनआरसी को देश भर में लागू किया जाए।’’
मोबाइल रिपेयरिंग का काम सीख रहे आईटीआई के नूर ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के जरिये हिंदू मुसलमानों के बीच दरार पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा ‘‘जामिया में अगर विरोध प्रदर्शन हुआ भी था तो भी पुलिस को लायब्रेरी और परिसर में घुसने का हक नहीं था।’’ जाफराबाद थाने के बाहर भी प्रदर्शन हुआ और पुलिस के खिलाफ नारे लगाए गए।