नई दिल्ली: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की 'आम आदमी पार्टी' की सरकार पर क्या कोई खतरा मंडरा रहा है? इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के अनुसार गुरुवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास पर आम आदमी पार्टी के विधायकों की महत्वपूर्ण बैठक से पहले उसके कुछ विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं हैं।
'आप' आरोप लगाती रही है कि भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की केजरीवाल सरकार को गिराने के लिए उसके विधायकों को लालच और धमकी दे रही है। कुछ आप विधायकों के पार्टी के संपर्क में नहीं होने की खबर कल के उस आरोप के बाद आई है जिसमें पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए विधायकों को कथित रूप से 20-20 करोड़ रुपये की पेशकश की बात कही थी।
बता दें कि आप के विधायकों की बैठक आज दिन में 11 बजे है। सभी विधायकों को बैठक के लिए बुलाया गया है। कुल 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप के 62 विधायक हैं। इसके अलावा शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित होगा। यह सत्र दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के सिलसिले में केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर जारी राजनीतिक घमासान और भाजपा पर आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों को लुभाने के आरोपों के बीच होने जा रहा है।
आप के भाजपा पर गंभीर आरोप
इससे पहले बुधवार को 'आप' ने दावा किया कि भाजपा ने उसके चार विधायकों से संपर्क कर पाला बदलने के लिए उन्हें 20 करोड़ रुपये की पेशकश की है। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विधायकों- अजय दत्त, संजीव झा, सोमनाथ भारती और कुलदीप कुमार से भाजपा के नेताओं ने संपर्क किया है।
सिंह ने दावा किया, 'उन्हें (चार विधायकों को) पेशकश की गई है कि अगर वे भाजपा में शामिल होते हैं तो उन्हें 20 करोड़ रुपये दिए जाएंगे और अगर वे अपने साथ अन्य विधायकों को लेकर आते हैं तो उन्हें 25 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।'
संजय सिंह ने सीधे-सीधे पीएम नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह किसी भी तरह से आप विधायकों को भाजपा में लाने और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मोदी जी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग, अपने लोगों को भेजकर उन्हें (विधायकों को) पैसे देने की पेशकश कराकर और पाला नहीं बदलने पर परिणाम भुगतने की धमकी देकर ‘आप’ विधायकों को पार्टी से तोड़ने और दिल्ली सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।'
(भाषा इनपुट)