mohalla clinics Delhi: 250 मोहल्ला क्लीनिक होंगे बंद?, आप और भाजपा में तकरार, सत्येंद्र जैन- आतिशी ने बोला हमला
By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 7, 2025 16:34 IST2025-03-07T16:33:26+5:302025-03-07T16:34:43+5:30
250 mohalla clinics Delhi: आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में 250 मोहल्ला क्लीनिक बंद करने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की कथित योजना की शुक्रवार को कड़ी आलोचना की।

Satyendra jain
250 mohalla clinics Delhi: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि शहर भर में किराए के मकानों में चल रहे करीब 250 मोहल्ला क्लीनिक बंद किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये क्लीनिक केवल कागजों पर चल रहे हैं और किराए के खर्चे उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, "मोहल्ला क्लीनिक एक धोखा है। 250 से अधिक ऐसे क्लीनिक बंद किए जाएंगे, क्योंकि वे काम नहीं करते। हम अपनी सरकारी जमीन पर काम करेंगे। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए ऐसे क्लीनिक बंद करने का आदेश पारित किया गया है।" मंत्री ने यह भी कहा कि आयुष्मान भारत योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 8 मार्च के बाद शुरू होगी।
‘आप’ नेता सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लीनिक बंद करने का विरोध किया
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में 250 मोहल्ला क्लीनिक बंद करने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की कथित योजना की शुक्रवार को कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह कदम राष्ट्रीय राजधानी के स्वास्थ्य सेवा ढांचे को पंगु बना देगा। यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में जैन ने सरकार से अनुरोध किया कि वह मोहल्ला क्लीनिक की संख्या कम करने के बजाय बढ़ाए। दिल्ली की पूर्ववर्ती ‘आप’ सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों को सस्ती प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए अक्टूबर 2015 में मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की थी।
‘आप’ नेता ने इस बात पर जोर दिया कि मोहल्ला क्लीनिक में बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डॉक्टर से परामर्श और 365 तरह के मुफ्त नैदानिक परीक्षण शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल का मकसद यह सुनिश्चित करना था कि लोगों को अस्पतालों तक की लंबी दूरी न तय करनी पड़े और उन्हें अपने घरों के पास ही चिकित्सा सुविधा मिल सके।
जैन ने बताया कि दिल्ली में मौजूदा समय में मोहल्ला क्लीनिक की कुल संख्या 550 है और इन्हें बंद करना एक बड़ी गलती होगी। उन्होंने कहा, “सरकार को मोहल्ला क्लीनिक का विस्तार करना चाहिए, उन्हें बंद नहीं करना चाहिए। यह दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ा झटका है। हम उनसे अनुरोध कर रहे हैं कि वे एक भी क्लीनिक बंद न करें।”
जैन ने चेतावनी दी कि इस फैसले से शहर की सबसे कमजोर वर्ग की आबादी को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि औसतन 7,500 मरीज रोजाना इलाज के लिए मोहल्ला क्लीनिक पहुंचते हैं और इन्हें बंद करने से शहर की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। कई मोहल्ला क्लीनिक किराये के परिसर में संचालित होने के एक संवाददाता के सवाल पर जैन ने कहा कि यह इस पहल को खत्म करने का बहाना भर है और कई सरकारी कार्यालय भी किराये की इमारतों में चलाए जाते हैं। उन्होंने सरकार पर जानबूझकर दिल्ली की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को कमजोर करने का आरोप लगाया।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर 250 मोहल्ला क्लीनिक को तत्काल बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि ये क्लीनिक केवल कागजों पर ही संचालित हो रहे हैं और इनका इस्तेमाल धोखाधड़ी की गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
महिलाओं को 2,500 रुपये देने का वादा पूरा करें दिल्ली की मुख्यमंत्री: आतिशी
आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शुक्रवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर उनसे विधानसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किए गए वादे के मुताबिक महिलाओं के खातों में 2,500 रुपये तत्काल हस्तांतरित करने का आग्रह किया।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता ने लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री ने दिल्ली की माताओं और बहनों को आश्वासन दिया था कि भाजपा के सत्ता में आते ही मंत्रिमंडल की पहली बैठक में महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने की योजना को मंजूरी दी जाएगी और महिला दिवस तक महिलाओं के खातों में धनराशि पहुंचनी शुरू हो जाएगी।’’
आतिशी ने कहा कि महिला दिवस में अब केवल एक दिन शेष रह गया है और दिल्ली भर की महिलाएं इस वादे के पूरा होने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। आतिशी ने कहा, ‘‘उन्हें उम्मीद है कि भाजपा द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार महिलाओं के खातों में पहली किस्त जमा हो जाएगी। दिल्ली की महिलाओं को उनका हक दिलाने के लिए बिना देरी के धनराशि हस्तांतरित की जानी चाहिए।
यहां की हर महिला आपकी ओर उम्मीद से देख रही है।’’ दिल्ली में पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा ने वादा किया था कि वह सत्ता में आने पर महिलाओं को 2,500 रुपये प्रतिमाह देगी, जो रकम आप द्वारा महिलाओं को 2,100 रुपये देने के वादे से अधिक है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीती जबकि आप 22 सीट पर ही सिमट गई।