जंतर-मंतर पर हिंसा भड़काने वाली नारेबाजी करने वालों पर FIR, रविवार को वायरल हुआ था आपत्तिजनक वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 9, 2021 17:34 IST2021-08-09T17:32:13+5:302021-08-09T17:34:09+5:30
Jantar Mantar Viral Video: मार्च में सांप्रदायिक और आपत्तिजनक नारेबाजी हुई थी। दिल्ली पुलिस ने एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है।

कानून की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
Jantar Mantar Viral Video: सोशल मीडिया में एक वीडियो काफी प्रसारित हो रहा है, जिसमें जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम विरोधी नारेबाजी हो रही है, इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सोमवार को इस संबंध में मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली के जंतर-मंतर इलाके में मार्च के दौरान कुछ लोग धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक नारेबाजी कर रहे हैं। अपशब्द बोल रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों को खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कनॉट प्लेस थाना के में आईपीसी की धारा 153a, 188 और 51 डीडीएमए एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है।
जंतर-मंतर पर रविवार को भारत जोड़ो आंदोलन द्वारा आयोजित प्रदर्शन में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। भारत जोड़ो आंदोलन की मीडिया प्रभारी शिप्रा श्रीवास्तव ने कहा कि अधिवक्ता और पूर्व भाजपा प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ था। हालांकि मुसलमान विरोधी नारेबाजी करने वालों से उन्होंने किसी तरह के संबंध से इनकार किया है।
श्रीवास्तव ने कहा, “यह प्रदर्शन औपनिवेशिक कानूनों के खिलाफ हुआ था और इस दौरान 222 ब्रिटिश कानूनों को निरस्त करने की मांग की गई। हमने वीडियो देखा है, लेकिन कोई जानकारी नहीं है कि वे कौन थे। पुलिस को नारा लगाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में "राम, राम" के नारों के बीच मुसलमानों को धमकी देने वाले नारे सुने जा सकते हैं। "हिंदुस्तान में रहना होगा, जय श्री राम कहना होगा।" यह स्थान देश की संसद और शीर्ष सरकारी दफ्तरों से कुछ ही किलोमीटर दूर है।
उपाध्याय ने भी मुस्लिम विरोधी नारेबाजी की घटना में किसी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने कहा, “मैंने वायरल हो रहे वीडियो की जांच के लिये दिल्ली पुलिस को एक शिकायत दी है। अगर वीडियो प्रमाणिक है तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
उपाध्याय ने कहा, “मुझे कोई जानकारी नहीं है कि वे कौन हैं। मैंने उन्हें पहले कभी नहीं देखा, कभी उनसे मिला नहीं हूं और न ही उन्हें वहां बुलाया था। जब तक मैं वहां था, वे वहां नहीं दिखे। अगर वीडियो फर्जी है, तो भारत जोड़ो आंदोलन को बदनाम करने के लिये झूठा प्रचार किया जा रहा है।”
वीडियो में एक समूह जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ नारेबाजी और मुस्लिमों को धमकी देते हुए नजर आ रहा है। पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने कहा, “हमें एक वीडियो प्राप्त हुआ है और हम इसकी जांच कर रहे हैं। कानून की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।”
