रविवार सुबह दिल्ली के झांसी रोड स्थित अनाज मंडी इलाके में जिस इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई, उसे पास दिल्ली दमकल सेवा की मंजूरी नहीं थी और न ही उसमें कोई अग्नि सुरक्षा उपकरण ही लगाए गए थे। ये जानकारी दिल्ली दमकल सेवा के मुख्य अधिकारी ने दी।
एएनआई के मुताबिक, दिल्ली दमकल सेवा के मुख्य अधिकारी अतुल गर्ग ने कहा, 'इमारत के पास दमकल सेवा की मंजूरी नहीं थी और न ही उसके अंदर अग्नि सुरक्षा उपकरण ही लगाए गए थे।'
पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है। मृतकों में से ज्यादातर की मौत दम घुटने की वजह से हुई। पुलिस का कहना है कि उस फैक्ट्री में प्लास्टिक का सामान अत्यधिक मात्रा में मौजूद होने के कारण काफी धुआं फैल गया, जो घातक साबित हुआ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों में ज्यादातर उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर थे, जो उसी फैक्ट्री में काम करने के बाद सो रहे थे।
दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान करते हुए घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पीएम और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।