दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) धुआंधार प्रचार कर रही है। प्रचार की कमान खुद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संभाले हुए हैं। इस दौरान उन्होंने शुक्रवार (31 जनवरी) शाम को पीतमपुरा और त्रिनगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया और केजरीवाल को निशाने पर लिया।
अमित शाह ने कहा, 'जेएनयू के अंदर देश विरोधी नारे लगे-भारत तेरे टुकड़े हों एक हजार... तो ये राहुल बाबा और केजरीवाल कहते हैं कि ये वाणी स्वतंत्रता का अधिकार है। हमें जितनी गालियां देनी हैं दो, मगर भारत माता के खिलाफ देश में नारे जो लगाएगा उसे जेल में डाला जाएगा' अमित शाह ने कहा, 'जब हमने कन्हैया और उमर को जेल में डाला तो राहुल बाबा और केजरीवाल खड़े हो गए। क्यों भाई आपके चचेरे ममेरे भाई लगते हैं क्या?'
उन्होंने कहा कि केजरीवाल को एक सलाह देना चाहता हूं कि नदियां कैसे स्वच्छ होती है, अगर ये जानना है तो प्रयागराज में जाकर गंगा जी में डुबकी लगाइए, तब आपको पता चलेगा कि मोदी जी और योगी जी ने कैसे गंगा को स्वच्छ किया है। उन्होंने जो झूठे वादे किए थे, दिल्ली की जनता आपसे पूछ रही है।
शाह ने केजरीवाल के झूठे वादे गिनवाते हुए आरोप लगाया कि कहां गए 1000 स्कूल, कहां गए 50 नए कॉलेज, 15 लाख CCTV लगाने थे, कुछ लगा दिए। बाकी कहां हैं, 5000 नई बसें कहां गईं, 8 लाख नई नौकरियां दीं क्या?
उन्होंने कहा कि देश के सभी भारतीय चाहते थे कि जहां प्रभु श्रीराम जी का जन्म हुआ था, वहां भव्य राम मंदिर बने। जब भी कोर्ट में केस चलता था तो कांग्रेस, AAP पार्टी और उसके सहयोगी दल केस चलने नहीं देते थे। मोदी की सरकार बनी, सुप्रीम कोर्ट में केस आया, केस चला और पांचों जजों ने फैसला दिया कि उसी स्थान पर मंदिर बनेंगे, जहां श्रीराम का जन्म हुआ था। 4 महीने के अंदर जहां पर प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था वहीं पर भव्य मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा।
शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 15 अगस्त 1947 में धर्म के आधार पर देश के दो टुकड़े कर दिए, लाखों हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी और ईसाई पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रह गए। वहां उनकी नाबालिग बच्चियों को उठा लिया गया, घर की महिलाओं को बेइज्जत किया गया और लाखों करोड़ों की जायदाद के मालिक जब भारत आये तो ये दाने दाने के मोहताज थे। ये लोग अपने घर की महिलाओं की इज्जत बचाने के लिए, अपने धर्म को बचाने के लिए 70 साल से भारत आ रहे थे, लेकिन इन्होंने उन्हें नागरिकता नहीं दी।
उन्होंने कहा, 'केजरीवाल आज कहते हैं कि भाजपा पाकिस्तानियों को नागरिकता देती है। मैं केजरीवाल को बताना चाहता हूं कि ये दिल्ली 30% पाकिस्तान से आये हुए पंजाबी, सिख और हिन्दुओं की है। ये लोग पाकिस्तानी नहीं बल्कि हमारे भाई-बहन हैं।'