दिल्ली विधानसभा चुनाव के अंतिम मतदान प्रतिशत के ऐलान में देरी पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसे पूरी तरह चौंकाने वाला करार दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दाल में कुछ काला होने की आशंका जताई है।
बवाल बढ़ता देख मतदान के 24 घंटे बाद चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इसबार दिल्ली में 62.59% वोटिंग हुई है। कुल 62.55 प्रतिशत महिलाओं और 62.62 प्रतिशत पुरुषों ने वोट डाला।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े की घोषणा में कोई असामान्य देरी नहीं हुई है क्योंकि चुनाव अधिकारी इसकी सटीकता सुनिश्चित करने के लिए रात भर डेटा की जांच में जुटे रहे थे।
इससे पहले संजय सिंह ने कहा कि मेरे ख्याल में हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब चुनाव आयोग ने ये नहीं बताया कि दिल्ली में वोटिंग का प्रतिशत कितना रहा।
आप सांसद ने आरोप लगाया कि 70 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि चुनाव आयोग वोटिंग प्रतिशत तक बताने को तैयार नहीं है। इसका मतलब कहीं कुछ पक रहा है। उन्होंने कहा कि कोई खेल चल रहा है अंदर-अंदर क्योंकि मत का प्रतिशत बताना बेहद सामान्य बात है।
संजय सिंह ने आगे कहा कि जब बैलट पेपर से वोटिंग होती थी तो अगले दिन सुबह अखबारों में खबरें आ जाती थी कि कितना प्रतिशत मतदान हुआ। सारी मीडिया और दिल्ली इस बात का इंतजार कर रही है कि आखिर दिल्ली में कितना प्रतिशत मतदान हुआ है।
सिंह ने आयोग से सवाल किया कि अलग-अलग बूथ से मिली जानकारी जोड़कर उसे बताने में आपको कितना वक्त लगता है। मनीष सिसोदिया ने तंज कसते हुए कहा कि क्या मतदान का फाइनल आंकड़ा भाजपा ऑफिस से मिलना है चुनाव आयोग को?
आपको बता दें कि शनिवार को दिल्ली में वोटिंग के बाद आए अधिकांश एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी की एकतरफा जीत की ओर इशारा किया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना 11 फरवरी को होगी और तभी तस्वीर पूरी तरह से साफ हो पाएगी लेकिन ये संकेत तो मिल चुका है कि दिल्ली में एकबार फिर आम आदमी पार्टी की सरकार बन सकती है।