आम आदमी पार्टी ने रविवार को निर्वाचन आयोग से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए उनके राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाने की मांग की। आप नेता संजय सिंह ने योगी आदित्यनाथ की टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की। सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा कि निर्वाचन आयोग से आप द्वारा मुलाकात के लिए समय मांगे हुए 48 घंटे हो चुके हैं लेकिन अबतक समय नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर निर्वाचन आयोग हमें समय नहीं देगा तो हम सोमवार को आयोग कार्यालय के समक्ष बैठकर धरना देंगे।’
बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने वालों की कड़ी निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आरोप लगाया कि कश्मीर में आतंकवादियों का समर्थन करने वाले लोग ही शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं और ‘आजादी’ के नारे लगा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विभिन्न चुनावी रैलियों में आदित्यनाथ ने यह भी कहा, ‘‘उनके (प्रदर्शनकारियों के) पूर्वजों ने भारत को विभाजित किया, इसलिए उन लोगों को इस उभरते ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ से दिक्कत है।’’
उन्होंने आप सरकार की भी यह कहते हुए आलोचना की कि वह शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को ‘‘बिरयानी दे रही’’ है। भाजपा उम्मीदवार मोहन सिंह बिष्ट और मुस्तफाबाद के वर्तमान विधायक जगदीश प्रधान के समर्थन में करावल नगर चौक पर अपनी पहली चुनावी रैली में आदित्यनाथ ने कहा कि सीएए विरोधी प्रदर्शन ‘भारत के विरूद्ध’ है और यह देश की ‘छवि को बदनाम करने’ का प्रयास है। उन्होंने कहा , ‘‘यह ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के सपने को साकार करने की में एक रोड़ा है।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिल्ली के अपने समकक्ष (अरविंद केजरीवाल) पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह (केजरीवाल) एवं उनकी पार्टी शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों के साथ है तथा पाकिस्तान के एक मंत्री एवं आप एक ही सुर में बोल रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद हुसैन द्वारा दिल्ली चुनाव पर किये गये ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, ‘‘ ऐसा कैसे हुआ? हमें नहीं पता कि उनके संबंध कहां-कहां हैं?’’ केजरीवाल ने शुक्रवार को यह कहते हुए फवाद को जवाब दिया था कि दिल्ली का चुनाव भारत का अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ दिल्ली के लोगों, आपको तय करना है कि क्या आप स्वास्थ्य, बेहतर शिक्षा सुविधाएं, बेहतर पर्यावरण, मेट्रो सेवाएं चाहते हैं या दिल्ली को शाहीन बाग की जरूरत है। मैं यहां आपको यही बताने आया हूं।’’ एक अन्य रैली में आप पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ (दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद) केजरीवाल दिल्ली के लोगों को स्वच्छ पेयजल तक नहीं दे सकते....बीआईएस के सर्वेक्षण के अनुसार दिल्ली सरकार अपने लोगों को जहरीला पानी पिला रही है। लेकिन वह शाहीन बाग एवं शहर में अन्य स्थानों पर प्रदर्शन कर लोगों को बिरयानी दे रही है।’’
उल्लेखनीय है कि महिलाओं और बच्चों समेत सैंकड़ों लोग संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ 15 दिसंबर से शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह कानून भेदभावकारी है और उन्हें डर है कि इस कानून के निशाने पर मुसलमान हैं। रोहिणी में भाजपा उम्मीदवार विजेंद्र गुप्ता के पक्ष में एक रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने दावा किया कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान से अत्याचार के चलते भारत आ रहे हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को नागरिकता दी जानी चाहिए और इसलिए इस कानून का स्वागत किया जाना चाहिए।