डीके शिवकुमार को दिल्ली की कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भेजा समन
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 31, 2022 16:57 IST2022-05-31T16:54:45+5:302022-05-31T16:57:56+5:30
दिल्ली की कोर्ट से मनी लांड्रिंग के मामले में समन मिलने के बाद डीके शिवकुमार ने कहा कि ईडी ने मेरे खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। लेकिन मुझे अभी तक इसकी कॉपी नहीं मिली है। ईडी को मेरे गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर करनी चाहिए थी लेकिन उसने लेट से किया।

फाइल फोटो
दिल्ली: कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को दिल्ली की एक अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आरोप पत्र के मामले में पेश होने के लिए समन भेजा है। मंगलवार को कोर्ट ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवकुमार को आदेश दिया कि वो कोर्ट के सामने पेश होकर ईडी द्वारा लगाये गये आरोपों पर अपना पक्ष रखें।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के मुताबित ईडी तीन साल पहले भी शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ही गिरफ्तार किया था। दिल्ली की कोर्ट में ईडी द्वारा आरोपपत्र दायर होने के बाद डीके शिवकुमार ने इसे केंद्र सरकार की साजिश और केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग का हवाला देते हुए कहा कि यह तो ईडी द्वारा बहुत पहले किया जाना चाहिए था, आश्चर्य है कि उसने काफी देर से यह कदम उठाया।
मामले में प्रतिक्रिया देते हुए डीके शिवकुमार ने कहा, 'ईडी ने मेरे खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। लेकिन मुझे अभी तक इसकी कॉपी नहीं मिली है। ईडी को मेरे गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर करनी चाहिए थी लेकिन उसने लेट से किया।”
ईडी ने डीके शिवकुमार को सितंबर 2019 में उन्हें साल 2017 से 18 के बीच में उनकी संपत्ति पर हुई आयकर विभाग की जांच के आधार पर गिरफ्तार किया था। इस मामले में कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया है कि ईडी की ओर से दायर चार्जशीट डीके शिवकुमार को साल 2023 में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनावों से दूर रखने के लिए दायर की गई है। शिवकुमार कर्नाटक में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा हैं और कांग्रेस को उम्मीद है कि शिवकुमार की अगुवाई में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन करेगी।
जानकारी के मुताबिक ईडी ने शिवकुमार के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट का मामला उनसे जुड़े करीब 70 परिसरों के मामले में दायर किया है, जिन्हें इनकम टैक्स के 2 से 5 अगस्त 2017 की रेड में पाया गया था। उस समय डीके शिवकुमार कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार में ऊर्जा मंत्री थे।
डीके शिवकुमार के खिलाफ साल 2017 में इनकम टैक्स की रेड के आधार पर 2018 में टैक्स चोरी का मामला दर्ज किया गया था और इसमें शिवकुमार से जुड़ी दिल्ली की चार संपत्तियों से मिले 8.59 करोड़ रुपये नकदी का भी उल्लेख था।
इनकम टैक्स की छापेमारी के आधार पर ईडी ने 2018 में डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था और उन्हें 3 सितंबर 2019 को गिरफ्तार भी किया गया। गिरफ्तारी के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर शिवकुमार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से 23 अक्टूबर 2019 को जमानत पर रिहा किया गया था।