कोरोना की चपेट में दिल्ली पुलिस के 300 से अधिक कर्मी, तीन जेलों में 46 कैदी और 43 कर्मचारी भी संक्रमित
By अनिल शर्मा | Published: January 10, 2022 10:17 AM2022-01-10T10:17:11+5:302022-01-10T10:31:43+5:30
दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोविड के मामलों के बीच क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त समेत दिल्ली पुलिस के 300 से अधिक कर्मी संक्रमित पाए गए हैं। वहीं तिहाड़ सहित 3 जेलों में 46 कैदी और 43 कर्मचारी कोरोना की चपेट में हैं।
नयी दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के बीच अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) समेत दिल्ली पुलिस के 300 से अधिक कर्मी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘300 से अधिक पुलिस कर्मी संक्रमित पाए गए हैं। वे बल की विभिन्न ईकाइयों से हैं और पृथक वास कर रहे हैं।’ दिल्ली पुलिस में 80,000 से ज्यादा कर्मी हैं। हाल में दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने पुलिस कर्मियों के बीच कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी। एसओपी के अनुसार, सभी पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान चेहरे पर मास्क लगाना, सामाजिक दूरी का पालन करना और उचित तरीके से हाथों को धोना/सैनेटाइज करना चाहिए। इसमें कहा गया है, ‘जिन कर्मियों ने चिकित्सा वजहों से कोविड-19 रोधी टीके की खुराक नहीं ली है वे टीकाकरण के लिए फिर से चिकित्सकों की राय ले सकते हैं।’’
उधऱ, दिल्ली के तीन कारागारों में 46 कैदी और 43 कर्मचारी भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि सभी संक्रमित कैदी और कर्मी पृथक-वास में हैं और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। जेल अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, रविवार तक संक्रमित पाए गए 46 कैदियों में से 29 तिहाड़ और 17 मंडोली जेल के हैं। संक्रमित पाए गए 43 कर्मचारियों में से तिहाड़ के 25, रोहिणी जेल के 12 और मंडोली जेल के छह कर्मचारी हैं।
‘कोविड देखभाल केन्द्र’ में तब्दील हुआ कारागार डिस्पेंसरी
अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़, मंडोली और रोहिणी जेल परिसर में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कारागार डिस्पेंसरी को ‘कोविड देखभाल केन्द्र’ में तब्दील कर दिया गया है। तिहाड़ में स्थापित एक ऑक्सीजन संयंत्र भी जल्द काम करना शुरू कर देगा। उन कैदियों के लिए कई ‘मेडिकल आइसोलेशन सेल’ स्थापित किए गए हैं, जिनमें संक्रमण के मामूली लक्षण हैं। वहीं, जिन मरीजों में संक्रमण का कोई भी लक्षण नहीं है, उनके लिए कारागार परिसर में ही अलग से ‘पृथकवास कक्ष’ बनाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि तिहाड़ में 120 बिस्तरों का और मंडोली में 48 बिस्तरों का ‘कोविड देखभाल केन्द्र’ बनाया गया है।
कैदियों और कर्मचारियों की देखभाल के लिए चार समितियों का गठन
जेल प्रशासन ने बताया कि कैदियों और कर्मचारियों की देखभाल के लिए उन्होंने चार समितियों का गठन किया है। अधिकारियों ने बताया कि जहां तक संभव हो कर्मचारी और कैदी सामाजिक दूरी बनाए रख रहे हैं। कैदियों को अधिकतर समय उनके वार्ड से बाहर नहीं आने दिया जा रहा और कोविड-19 संबंधी नियमों की जानकारी देने के लिए नियमित रूप से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार, सात जनवरी तक दिल्ली के तीन कारागार में कुल 18,528 कैदी थे। इनमें से तिहाड़ में 12,669, मंडोली में 4,018 और रोहिणी में 1,841 कैदी थे।