दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सर्दियों में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कार्रवाई योजना की घोषणा की
By भाषा | Published: October 4, 2021 07:06 PM2021-10-04T19:06:20+5:302021-10-04T19:06:20+5:30
नयी दिल्ली, चार अक्टूबर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दस सूत्री ‘‘ शीत कार्रवाई योजना’’ की सोमवार को घोषणा की, जिसमें धूल को नियंत्रित करना ,पूसा के जैव अपघटक का इस्तेमाल और स्मॉग टावर लगाना जैसे उपाय शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नयी प्रौद्योगिकी वाले थर्मल बिजली संयंत्र लगाने, सीएनजी से चलने वाले वाहन और इलाके के उद्योगों में स्वच्छ ऊर्जा सुनिश्चित करने की भी अपील की।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केन्द्र और पड़ोसी राज्यों ने किसानों द्वारा पराली जलाए जाने को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। पराली जलाना सर्दी के मौसम में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है। उन्होंने वायु को स्वच्छ बनाने में सरकारों से मिल कर काम करने की अपील की।
केजरीवाल ने केन्द्र और दिल्ली के पड़ोसी राज्यों से कटाई के बाद बचे पुआल के प्रबंधन के लिए जैव अपघटक का नि:शुल्क छिड़काव सुनिश्चित करने की अपील की, जैसा उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी में कर रही है।
उन्होंने कहा,‘‘ दिल्ली सरकार ने पराली जलाने की समस्या का समाधान पेश किया है और वह है पूसा जैव अपघटक। हम उम्मीद करते हैं कि इसका जितना संभव हो सके उतना इस्तेमाल किया जाएगा।’’
दिल्ली में धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए निर्माण स्थलों की निगरानी के वास्ते 75 दलों का गठन होने की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कचरा जलाने पर पूरी तरह से रोक का पालन कराने के लिए 250 दल गठित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ हमने पटाखों की बिक्री और खरीद पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है। स्मॉग टावर के अब तक अच्छे परिणाम सामने आए हैं। हम इसके कामकाज पर नजर रखेंगे और इसके बाद दिल्ली में अन्य स्थानों पर इस तरह के और टावर स्थापित करने पर विचार करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषणों को कम करने के लिए चिह्नित 64 मार्गों पर यातायात जाम की समस्या को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘हरित वॉर रूम’ को मजबूत बनाने और जागरुकता अभियान शीत कार्रवाई योजना का हिस्सा होंगे।
प्रदूषण कम करने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में डीज़ल वाले जनरेटर का उपयोग रोकने के लिए चौबीसों घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिलहाल वायु प्रदूषण नियंत्रण में है, लेकिन सर्दी के मौसम में पड़ोसी राज्यों में पराली जलने के साथ ही प्रदूषण बढ़ना शुरू हो जाएगा।
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