दिल्ली हवाईअड्डे पर घने कोहरे के कारण सोमवार को विमान संचालन बाधित रहा। एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक 20 विमानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया, 5 उड़ानों को रद्द कर दिया गया और करीब 530 उड़ानों में विलंब हुआ।
हवाई अड्डे से विमानों का परिचालन ‘श्रेणी थ्री बी’ परिस्थितियों में किया जा रहा है। इसका अर्थ है कि रनवे दृश्यता रेंज (आरवीआर) 50 से 175 मीटर के बीच है। अधिकारी ने दोपहर 12 बजकर 52 मिनट पर विमान संचालन की ताजा जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 21 विमानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है और 5 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने बताया, ‘‘सोमवार को दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक करीब 530 उड़ानों में देरी हुई जिनमें 320 प्रस्थान करने वाली उड़ानें और 210 आगमन उड़ानें शामिल हैं।’’ इंडिगो एयरलाइंस ने एक बयान में कहा, ‘‘उत्तर भारत में घने कोहरे के कारण पूरे भारत में हमारी उड़ानों पर असर पड़ा है। हम स्थिति की समीक्षा करते रहेंगे और अपने सोशल प्लेटफॉर्म्स पर ताजा जानकारियां देते रहेंगे।’’
एयरलाइन ने यात्रियों से घरों से रवाना होने से पहले विमान के उड़ान भरने की जानकारी लेने और उसके ग्राहक सेवा केंद्रों से संपर्क करने का भी अनुरोध किया है। विस्तारा एयरलाइन ने टि्वटर पर कहा कि दिल्ली में खराब दृश्यता के कारण उसकी दिल्ली-मुंबई उड़ान यूके933 के साथ ही मुंबई-दिल्ली उड़ान यूके996 को रद्द कर दिया गया है।
विस्तारा के साथ ही गोएयर, स्पाइसजेट, एयरएशिया इंडिया ने टि्वटर पर कहा कि दिल्ली में घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण उनके विमान संचालन पर असर पड़ सकता है और यात्रियों को हवाईअड्डे के लिए रवाना होने से पहली अपनी-अपनी उड़ानों की स्थिति पता कर लेने की सलाह दी जाती है।
इस बीच, दिल्ली हवाई अड्डा के अधिकारी ने कहा कि 500 से अधिक उड़ानों में देरी है। 21 का रूट डायवर्ट कर दिया गया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण 5 उड़ानें रद्द कर दिया गया। कुछ स्थानों पर दृश्यता नहीं के बराबर दर्ज की गई। स्थिति को और बदतर बनाते हुए शहर में प्रदूषण का स्तर भी अधिक रहा और सुबह नौ बजकर 38 मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 448 दर्ज किया गया। घने कोहरे के चलते उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक कार हादसे में दो नाबालिगों समेत छह लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि दृश्यता बेहद कम होने के चलते यह कार सड़क से फिसल कर एक नहर में जा गिरी। अर्टिगा कार में सफर कर रहे 11 लोग संभल से दिल्ली आ रहे थे जब रास्ते में यह हादसा हुआ। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “ कार धनकौर इलाके की खेरली नहर में गिर गई। सभी 11 लोगों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनमें से छह लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि पांच अन्य का इलाज चल रहा है।’’ एक अधिकारी ने बताया कि भयंकर कोहरे के चलते दिल्ली हवाईअड्डे से कम से कम 21 उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया और 5 उड़ानें रद्द कर दी गईं।
हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन श्रेणी थ्री बी स्थितियों के तहत किया जा रहा है जिसका मतलब है कि रनवे विजुअल रेंज (आरवीआर) 50 मीटर से 175 मीटर के बीच है। सुबह 11 बजकर आठ मिनट पर एक अपडेट देते हुए अधिकारी ने बताया कि 21 विमानों का अब तक मार्ग परिवर्तित किया जा चुका है और 5 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
इंडिगो एअरलाइन्स ने एक बयान में कहा, “उत्तर भारत में घने कोहरे को देखते हुए भारत भर में हमारी उड़ानें प्रभावित हुई हैं। हम स्थिति की समीक्षा करते रहेंगे और हमारे सोशल मंचों पर समय-समय पर अपडेट देते रहेंगे।” एयरलाइन ने यात्रियों से घर से रवाना होने से पहले उड़ान की स्थिति देख लेने और उसके ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क करने का भी आग्रह किया है। कोहरे के चलते ट्रेन यात्री भी प्रभावित रहे। इनमें से कुछ के लिए छुट्टियां खराब हो गईं तो कुछ की बेहद जरूरी यात्रा प्रभावित हो गई।
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक 50 ट्रेनें देरी से चल रही हैं और यह देरी दो से साढ़े सात घंटे के बीच है। दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी साढ़े सात घंटे की देरी से चल रही है। कुछ लोग रोज की तरह दफ्तर गए तो कई ने घर पर ही रहने का फैसला किया। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन के औसत से चार डिग्री कम है और हवा में नमी का स्तर 100 प्रतिशत दर्ज किया गया।
पालम में यह थोड़ा बेहतर था जहां न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि लोधी रोड (2.2 डिग्री सेल्सियस) और आयानगर (2.5 डिग्री सेल्सियस) वेधशाला में और ठंड दर्ज की गई। सफदरजंग और पालम वेधशालाओं में सुबह साढ़े आठ बजे दृश्यता शून्य मीटर दर्ज की गई।
वहीं सुबह साढ़े पांच बजे सफदरजंग में दृश्यता 100 मीटर और पालम में शून्य मीटर दर्ज की गई थी। अत्यधिक ठंड, अधिक आर्द्रता और हवा की गति कम होने से प्रदूषक तत्वों का जमाव हो गया है जिससे राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता और खराब हो गई है। दिल्ली के अलावा गाजियाबाद (439), फरीदाबाद (465), नोएडा (471) और ग्रेटर नोएडा (448) में भी एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में था। गुड़गांव 344 एक्यूआई के साथ थोड़ा बेहतर था।