रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘मेड इन इंडिया’ के तहत बने उच्च क्षमता की इंजन सेना को सौंपा

By भाषा | Published: July 28, 2018 07:29 PM2018-07-28T19:29:09+5:302018-07-28T19:29:09+5:30

वी92एस2 इंजन 1000 हॉर्सपावर का है और उसका इस्तेमाल टी-90 भीष्म टैंक में किया जाएगा। वहीं वी-46-6 इंजन का प्रयोग टी-72 अजय टैंक में किया जाएगा।

defence minister nirmala sitharaman handed over engine manufactured under make in india | रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘मेड इन इंडिया’ के तहत बने उच्च क्षमता की इंजन सेना को सौंपा

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘मेड इन इंडिया’ के तहत बने उच्च क्षमता की इंजन सेना को सौंपा

चेन्नई, 28 जुलाई: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में निर्मित उच्च क्षमता और बहु ईंधन वाले दो श्रेणी के इंजनों को आज औपचारिक तौर पर थल सेना को सौंपा।

आयुध निर्मात्री बोर्ड की इकाई इंजन फैक्टरी, अवाडि ने पहली बार केंद्र के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत इन इंजनों का निर्माण किया है। कारखाने में आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने दोनों तरह के इंजन के दस्तावेज थलसेना के उपाध्यक्ष देवराज अंबू को सौंपा।

वी92एस2 इंजन 1000 हॉर्सपावर का है और उसका इस्तेमाल टी-90 भीष्म टैंक में किया जाएगा। वहीं वी-46-6 इंजन का प्रयोग टी-72 अजय टैंक में किया जाएगा।

हालांकि रूसी डिजाइन के आधार पर इन इंजनों का निर्माण किया गया है। भारत टर्बोचार्जर, सुपरचार्जर, फ्यूल इंजेक्शन पंप जैसे महत्वपूर्ण पुर्जों के लिए रूस पर निर्भर था।

इंजन फैक्टरी ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत इन दोनों इंजनों का निर्माण 100 प्रतिशत देशी सामान से किया है। इंजन कारखाने के स्वदेशीकरण के प्रयासों से हर साल 80 करोड़ रुपये की बचत की संभावना है।

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट

Web Title: defence minister nirmala sitharaman handed over engine manufactured under make in india

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे