विधानसभा चुनाव में मिली थी करारी हार, अब ‘आप’ मध्यप्रदेश चुनाव से बनाएगी दूरी
By राजेंद्र पाराशर | Published: March 17, 2019 09:13 PM2019-03-17T21:13:49+5:302019-03-17T21:19:15+5:30
मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव से दूरी बनाती नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और बाद में बिखरे संगठन के कारण प्रदेश में आप का जमीनी कार्यकर्ता मैदान में नजर नहीं आ रहा है।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरेगी या नहीं, इसका फैसला अब तक नहीं हो पाया है। संगठन के बिखरने के बाद से प्रदेश में पार्टी की स्थिति और कमजोर हो गई है, जिसके चलते पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में चुनाव न लड़ने का मन बना चुका है।
मध्यप्रदेश में आम आदमी पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव से दूरी बनाती नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार और बाद में बिखरे संगठन के कारण प्रदेश में आप का जमीनी कार्यकर्ता मैदान में नजर नहीं आ रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल पर उठे सवालों के बाद उनकी खुद की सक्रियता हीं कम नजर आ रही है। पार्टी ने बीते 2014 के लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश में प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, मगर उसे सफलता नहीं मिली थी। आप के सभी प्रत्याशी इस लोकसभा चुनाव में अपनी जमानत जब्त करा बैठे थे। इसी तरह 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने जोर-शोर से मैदान में उतरकर सरकार तक बनाने का दावा किया था, मगर उसका एक भी प्रत्याशी विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाया।
विधानसभा में मिली करारी हार के बाद तो आप का प्रदेश संगठन बिखर सा गया। आप के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल खुद ही मैदान से दूर नजर आ रहे हैं, साथ ही कई पदाधिकारी पार्टी छोड़ चुके हैं। जो पदाधिकारी पार्टी छोड़कर चले गए, उन्होंने अग्रवाल पर कई तरह के आरोप भी लगाए, जिसके चलते संगठन कमजोर होता चला गया।
राष्ट्रीय नेतृत्व लेगा फैसला
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल का कहना है कि हम विधानसभा चुनाव में अपनी कुछ कमियों और गलतियोंं के चलते हारे हैं। फिलहाल लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी उतारने का फैसला नहीं हुआ है। यह फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व को लेना है। लोकसभा चुनाव में पार्टी का पूरा फोकस दिल्ली, हरियाणा और पंजाब पर है। प्रदेश में प्रत्याशी उतारने का फैसला अंतिम दौर में ही होगा। अग्रवाल का कहना है कि अगर पार्टी ने प्रत्याशी उतारे भी तो हम चुनिंदा लोकसभा क्षेत्रों में ही अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे।