नई दिल्ली. 21 अप्रैल: नौ दिन से अनशन पर बैठी महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल रविवार को अपना अनशन खत्म करेंगी। मोदी सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में पोस्को एक्ट के लेकर जारी हुए अध्यादेश के बाद स्वाति ने अनशन तोड़ने का फैसला किया है। कठुआ-उत्राव गैंगरेप और देश की बाकी दुष्कर्म पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने के लिए स्वाति मालीवाल अनशन पर बैठी हैं।
रेप की घटनाओं के विरोध में स्वाति मालीवाल ने 13 अप्रैल को राजघाट पर अपना अनशन शुरू किया था। बलात्कारियों के खिलाफ सख्त कानून के तत्काल क्रियान्वयन की मांग कर रही थी। स्वाति मालीवाल के अनशन को कई नेताओं का समर्थन मिला था। जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व नेता शरद यादव भी पहुंचे थे। अनशन का अपना समर्थन देते हुए शरद यादव ने कहा था- देश में हो रहे इस जघन्य अपराध को रोकने के लिए सरकार को जल्द ही सख्त कदम उठाना होगा। उन्होंने कहा और भी कई क्राइम होते हैं लेकिन रेप जैसा जघन्य अपराध और कोई भी नहीं है।
शरद यादव ने भारत के बारे में दूसरे देश क्या सोचते हैं इसपर भी बोलते हुए कहा था, एक बार मैं चीन गया था, वहां जब लोगों ने मेरे से पूछा कि भारत में किस तरह 6 से 8 वर्ष की बच्चियों का रेप हो जाता है। तो मेरे पास सच में कोई जवाब नहीं था। मुझे समझ में नहीं आया कि मैं उनको किस तरह समझाउं।