दाऊद इब्राहिम के भांजे और हसीना पारकर के बेटे ने कहा, "अम्मी ने गोवावाला बिल्डिंग का एक हिस्सा नवाब मलिक को बेचा था"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 24, 2022 02:43 PM2022-05-24T14:43:14+5:302022-05-24T14:51:03+5:30
ईडी के दिये बयान में दाऊद इब्राहिम के भांजे अलीशाह ने कहा है कि उसकी मां हसीना पारकर और सलीम पटेल ने गोवावाला बिल्डिंग का मामला सुलझाया था और बाद में हसीना पारकर ने गोवावाला बिल्डिंग का एक हिस्सा मौजूदा महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को बेच दिया था।
मुंबई: जेल में बंद महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने कहा है कि मंत्री मलिक और भगोड़े कुख्यात अपराधी दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी के बीच लंबे समय से करीबी संबंध थे।
ईडी ने यह बात मुंबई के स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में दायर किये अपने चार्जशीट में कही है। दाऊद के साथ मंत्री के रिश्तों के बारे में रोशनी जालते हुए अभियोजन पक्ष ने कोर्ट में कहा कि नवाब मलिक का संबंध डी-कंपनी साल 1996 से भी पहले का है, जब मलिक ने कुख्तात कंपनी के साथ मिली-भगत करके कुर्ला वेस्ट में स्थित गोवावाला भवन को गलत तरीके से "हड़पने" की साजिश की थी।
जानकारी के मुताबिक ईडी के पास इस मामले में पुख्ता जानकारी तब सामने आयी, जब उसने भगोड़े दाऊद इब्राहिम के भतीजे अलीशाह पारकर से सोमवार को मुंबई और देश के अन्य हिस्सों में सक्रिय डी कंपनी के अवैध कार्यगुजारियों के बारे में जानकारी ली।
जांच एजेंसियों के द्वारा पकड़ा गया अलीशाह दाऊद की उसी बहन हसीना पारकर का बेटे है, जिसकी साल 2014 में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। बताया जाता है कि हसीना मौते से पहले तक मुंबई में दाऊद के सारे अवैध कारनामों का लेखाजोखा रखती थी और परोक्षतौर पर उसी के कहने पर डी-कंपनी उगाही, फिरौती और बिल्डरों से वसूली का काम करती थी।
जांच एजेंसियों की गिरफ्त में आने के बाद अलीशाह पारकर ने मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ पीएमएलए एक्ट की धारा 50 के तहत ईडी के सामने अपना बयान दर्ज कराया है। बयान में अलीशाह ने कहा है कि उसकी मां मौत से पहले लंबे समय तक दाऊद इब्राहिम के अवैध गतिविधियों और व्यापारिक लेन-देन को देखने का काम करती थी।
इसके साथ अलीशाह ने अपने बयान में सलीम पटेल का भी जिक्र किया है। अलीशाह ने कहा कि सलीम उसकी मां हसीना पारकर का सबसे करीबी सहयोगी था। सलीम पटेल दुनिया के सामने प्याज का व्यापारी था लेकिन वो मेरी मां हसीना पारकर के साथ मिलकर कब्जा की गई या फिर अवैध संपत्तियों का लेन-देन किया करता था।
अलीशाह ने अपने बयान में आगे कहा है कि हसीना पारकर और सलीम पटेल ने ही मिलकर गोवावाला बिल्डिंग का मामला सुलझाया था और वहां ऑफिस खोलकर उस कंपाउंड का एक हिस्सा ले लिया था। लेकिन बाद में हसीना पारकर ने गोवावाला बिल्डिंग का एक हिस्सा मौजूदा महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक को बेच दिया।
इसके साथ ही कोर्ट में दायर चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि अलीशाह ने इतनी जानकारी दी लेकिन उसे नवाब मलिक द्वारा हसीना पारकर और सलीम पटेल को दिए गए पैसे की जानकारी नहीं है।
मालूम हो कि स्पेशल कोर्ट ने बीते शुक्रवार को कहा था कि मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ इस बात के प्रथम दृष्टया मिले हैं कि नवाब मलिक ने सीधे तौर पर और जानबूझकर कुर्ला के गोवावाला बिल्डिंग को हड़पने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के जरिये पैसे दिये और वह इस आपराधिक की साजिश में शामिल थे। इसी आधार पर कोर्ट ने ईडी के चार्जशीट को स्वीकार किया था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)