अरबपति व्यपारी की बेटी ने त्यागा सांसारिक मोह-माया, दीक्षा हासिल कर बनीं जैन भिक्षु
By कोमल बड़ोदेकर | Published: July 19, 2018 08:56 AM2018-07-19T08:56:45+5:302018-07-19T08:56:45+5:30
एमबीबीएस टॉपर और अरबपति परिवार में जन्मीं हिना हिंगड ने सांसारिक मोह-माया त्याग दिया है। हिना दीक्षा ग्रहण करने के बाद जैन भिक्षु बन गई है। बीते दिन सूरत में हिना ने पूरे विधि-विधान और जैन परंपरा के मुताबिक दीक्षा ग्रहण की।
सूरत, 19 जुलाई। एमबीबीएस टॉपर और अरबपति परिवार में जन्मीं हिना हिंगड ने सांसारिक मोह-माया त्याग दिया है। हिना दीक्षा ग्रहण करने के बाद जैन भिक्षु बन गई है। बीते दिन सूरत में हिना ने पूरे विधि-विधान और जैन परंपरा के मुताबिक दीक्षा ग्रहण की। हांलाकि हिना के इस कदम से उनके परिवार के सदस्य दुखी हैं।
हिना का दीक्षा कार्यक्रम बुधवार सुबह शुरू हुआ जो दोपहर करीब 2-3 बजे तक चला। दीक्षा लेने के बाद हिना हिंगड़ अब साध्वी श्री विशारदमाल बन गईं हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिना काफी पहले ही ये दीक्षा ग्रहण करना चाहती थीं लेकिन अपने परिजनों को मनाने में उन्हें करीब 12 साल लग गए।
Gujarat: MBBS doctor Hina Kumari took 'diksha' to become a monk, earlier today, in Surat. pic.twitter.com/xVPD8Do333
— ANI (@ANI) July 18, 2018
हिना के मुताबिक सांसारिक जीवन छोड़कर जैन भिक्षु बन जाना हर किसी के बस की बात नहीं है। उन्होंने दीक्षा से पहले जरूरी 48 दिनों का ध्यान और अनुष्ठान पूरा किया था। वहीं जैन धर्म के आचार्य विजय ने बताया कि, हिना ने अपने पिछले जन्म में किए गए ध्यान और श्रद्धा की वजह से जैन धर्म की दीक्षा लेना स्वीकार किया है।
जब हिना ने अपने परिवार को अपने आध्यात्मिक रुझान के बारे में बताया तो उनके घर वाले राजी नहीं हुए। हिना का कहना है कि उन्हें सांसारिक सुखों को त्याग कर आध्यात्मिक संयम का रास्ता अपनाना है।