कश्मीर में खतरा अभी टला नहीं! अनुच्छेद 370 हटाने की बरसी पर अमरनाथ यात्रा को स्थगित किया गया

By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 5, 2023 03:45 PM2023-08-05T15:45:58+5:302023-08-05T15:47:10+5:30

5 अगस्त 2019 को राज्य को दो हिस्सों में विभाजित करने के बाद यह दूसरा अवसर था कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बरसी पर प्रशासन ऐसे कदम उठाने पर मजबूर हुआ था। हालांकि पिछले साल प्रशासन ने खराब मौसम का बहाना कर के 4 अगस्त को ही यात्रा को गैर सरकारी तौर पर खत्म कर दिया था।

danger in Kashmir is not over yet Amarnath Yatra postponed on anniversary of abrogation of Article 370 | कश्मीर में खतरा अभी टला नहीं! अनुच्छेद 370 हटाने की बरसी पर अमरनाथ यात्रा को स्थगित किया गया

अनुच्छेद 370 हटाने की बरसी पर अमरनाथ यात्रा को स्थगित किया गया

Highlights5 अगस्त को अमरनाथ श्रद्धालुओं का जत्था गुफा की ओर रवाना नहीं किया गयाजम्मू के जिला आयुक्त ने इस संबंध में देर रात को आदेश दियाअमरनाथ यात्रा को विभिन्न कारणों से स्थगित करने का सिलसिला कोई नया नहीं है

जम्मू: 5 अगस्त को जम्मू के बेस कैंप से अमरनाथ श्रद्धालुओं का जत्था अमरनाथ गुफा की ओर रवाना नहीं किया गया है। जम्मू के जिला आयुक्त ने इस संबंध में देर रात को आदेश तो दिया था पर रातभर सरकारी प्रवक्ता ऐसा कोई आदेश जारी होने से इंकार करते रहे। हालांकि श्रीनगर से बालटाल और पहलगाम के लिए अमरनाथ श्रद्धालुओं को आगे जाने दिया गया था।

5 अगस्त 2019 को राज्य को दो हिस्सों में विभाजित करने के बाद यह दूसरा अवसर था कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बरसी पर प्रशासन ऐसे कदम उठाने पर मजबूर हुआ था। हालांकि पिछले साल प्रशासन ने खराब मौसम का बहाना कर के 4 अगस्त को ही यात्रा को गैर सरकारी तौर पर खत्म कर दिया था। जबकि वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना के कारण अमरनाथ यात्रा संपन्न ही नहीं हो पाई थी।

अमरनाथ यात्रा को विभिन्न कारणों से स्थगित करने का सिलसिला कोई नया नहीं है। वर्ष 2008 में यह सिलसिला तब आरंभ हुआ था जब अमरनाथ भूमि विवाद के चलते पूरे राज्य में फैली हिंसा के चलते इसे कई कई दिनों तक रोके रखा गया था। और वर्ष 2016 की 8 जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी की मौत का ‘डर’ इतना था कि वर्ष 2018 तक उसकी बरसी पर लगातार कई दिनों तक यात्रा को स्थगित रखा जाता रहा है।

यात्रा स्थगन में 13 जुलाई का दिन भी हर साल अक्सर जुड़ जाया करता था जब कश्मीर के वर्ष 1931 के शहीदों की याद में सरकारी समारोह मनाया जाता रहा था। और जब जब रक्षा बंधन 15 अगस्त के बाद आती रही है तो सुरक्षा के नाम पर इसे कई दिनों तक रोका जाता रहा है।

 इस बार भी जम्मू के उपायुक्त ने यात्रा को अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की बरसी पर ‘खतरे’ को भांपते हुए रोके जाने का आदेश पारित कर यह संकेत स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश के हालात आज भी वैसे ही हैं। यह बात अलग है कि सूचना विभग के प्रवक्ता ने ऐसा कोई आदेश जारी होने से इंकार करते हुए एक समाचार एजेंसी द्वारा कल देर रात को चलाई गई खबर को भी फेक करार दे दिया था।

Web Title: danger in Kashmir is not over yet Amarnath Yatra postponed on anniversary of abrogation of Article 370

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