दलाई लामा ने 1959 में मिले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को 64 साल बाद किया ग्रहण

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 26, 2023 06:34 PM2023-04-26T18:34:26+5:302023-04-26T18:41:11+5:30

तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने 64 साल पहले 1959 में मिले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को बुधवार को व्यक्तिगत रूप से अवार्ड फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा ग्रहण किया।

Dalai Lama received the Ramon Magsaysay Award in 1959 after 64 years | दलाई लामा ने 1959 में मिले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को 64 साल बाद किया ग्रहण

फाइल फोटो

Highlightsदलाई लामा ने 64 साल पहले 1959 में मिले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को किया ग्रहण रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन की अध्यक्ष सुसन्ना अफान और ट्रस्टी एमिली ए अब्रेरा ने दलाई लामा को दिया पुरस्कारदलाई लामा 1959 में तिब्बत से भागकर भारत में आ गये थे और यहां पर निर्वासित जीवन जी रहे हैं

दिल्ली: बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने 64 साल के बाद शांति के लिए मिले विश्व प्रसिद्ध रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को व्यक्तिगत रूप से ग्रहण किया है। तिब्बती आध्यात्मिक नेता को यह पुरस्कार साल 1959 में मिला था। इस संबंध में दलाई लामा के कार्यालय ने कहा कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने 64 साल पहले 1959 में मिले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को बुधवार को व्यक्तिगत रूप से अवार्ड फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा ग्रहण किया।

फिलीपींस के रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन ने दलाई लामा को पवित्र बौद्ध धर्म की रक्षा में तिब्बती समुदाय के वीरतापूर्ण संघर्ष में उनके नेतृत्व को सम्मानित करते हुए दिया था। दलाई लामा के कार्यालय ने बताया कि दलाई लामा को बौद्ध धर्म की रक्षा के लिए पहली बार अगस्त 1959 में अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।

रेमन मैग्सेसे अवार्ड फाउंडेशन की अध्यक्ष सुसन्ना बी अफान और फाउंडेशन ट्रस्टी एमिली ए अब्रेरा ने 1959 के 64 साल बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा से व्यक्तिगत रूप से व्यक्तिगत मुलाकात की और रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्रदान किया। 

तिब्बती आध्यात्मिक नेता के कार्यालय के अनुसार उनके बड़े भाई ग्यालो थोंडेन ने अगस्त 1959 में फिलीपींस के मनीला में उनकी ओर से मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त किया था लेकिन दलाई लामा उस समारोह में नहीं गये थे, दरअसल उस समय तिब्बत में बौद्ध धर्म को मानने वाले अनुयायियों की चीन बेहद दुर्दशा कर रहा था और उस कारण 1959 में दलाई लामा को तिब्बत से भागकर भारत में शरण लेनी पड़ी थी और उसके बाद से वो भारत में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

मालूम हो कि रेमन मैग्सेसे पुरस्कार को अक्सर "एशिया का नोबेल पुरस्कार" के नाम से पुकारा जाता है। यह एक सालाना पुरस्कार है, जो फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे के प्रशासन में ईमानदारी, लोगों के लिए साहसी सेवा और एक लोकतांत्रिक समाज के भीतर व्यावहारिक आदर्शवाद को कायम रखने के लिए स्थापित किया गया था। इस पुरस्कार की स्थापना अप्रैल 1957 में फिलीपीन सरकार की सहमति से न्यूयॉर्क शहर में स्थित रॉकफेलर ब्रदर्स फंड के ट्रस्टियों द्वारा की गई थी।

Web Title: Dalai Lama received the Ramon Magsaysay Award in 1959 after 64 years

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