लाइव न्यूज़ :

अम्फान का कहर: बंगाल में 80 लोगों की मौत, प्रभावित इलाकों में लाखों लोग हुए बेघर

By भाषा | Updated: May 22, 2020 11:50 IST

एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीमें सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं।

Open in App
ठळक मुद्दे कोलकाता में 19, उत्तर 24 परगाना में 17, दक्षिण 24 परगाना-सुंदरबन क्षेत्र में 24 और बशीरहाट में 10 लोगों की मौत हुई हैकोलकाता के आसपास, पांच हजार से ज्यादा पेड़, सैकड़ों बिजली के खंभे, यातायात सिग्नल और पुलिस पोस्ट गिर गए।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है जबकि प्रशासन क्षेत्र के सबसे प्रचंड तूफान के कारण प्रभावित हुए जन जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवात से मची तबाही की स्थिति का जायज़ा लेने पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं।

चक्रवात अम्फान ने राजधानी कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के करीब आधा दर्जन जिलों में बुधवार रात तबाही मचाई है। इसके प्रकोप से झुग्गियां उड़ गई, हजारों पेड़ गिर गए और निचले इलाकों में पानी भर गया। इस वजह से लाखों लोग बेघर हो गए। राजधानी और उत्तर तथा दक्षिण 24 परगाना के कुछ हिस्सों में मोबाइल और बिजली सेवा को बहाल किया गया, लेकिन शहर का बड़ा हिस्सा अब भी बिजली के बिना रह रहा है, क्योंकि बिजली के खंभे गिर पड़े हैं और संचार लाइनें कट गई हैं।

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री राज्य के लिए आर्थिक पैकेज की मांग कर सकती हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, " कोविड-19 की स्थिति के दौरान, राज्य के पास कुछ नहीं आया। हमें उम्मीद है कि इस चक्रवात की वजह से केंद्र सरकार राजनीति को किनारे करेगी और राज्य को फिर से खड़ा करने के लिए सभी तरह की मदद देगी। "

बनर्जी ने गुरुवार (21 मई) को मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और प्रभावित इलाकों में प्राथमिक बहाली कार्य के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कोष का ऐलान किया था। अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता में 19, उत्तर 24 परगाना में 17, दक्षिण 24 परगाना-सुंदरबन क्षेत्र में 24 और बशीरहाट में 10 लोगों की मौत हुई है। जिलों में राहत का काम शुरू किया गया है, जहां बेहसहारा लोग खाने और आश्रय के लिए कतारों में खड़े हैं, क्योंकि घर या तो उड़ गए हैं या बह गए हैं। एनडीआरएफ और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) की टीमें सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं।

केएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के आसपास, पांच हजार से ज्यादा पेड़, सैकड़ों बिजली के खंभे, यातायात सिग्नल और पुलिस पोस्ट गिर गए। कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम ने बताया कि अब तक हजारों पेड़ हटाए जा चुके हैं। फिर भी, बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हमें उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में हम स्थिति को सामान्य कर पाएंगे। फिलहाल लोग घरों में ही रहें। 

टॅग्स :चक्रवाती तूफान अम्फानचक्रवाती तूफाननरेंद्र मोदीममता बनर्जीपश्चिम बंगालकोलकाता
Open in App

संबंधित खबरें

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारत अधिक खबरें

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश