नई दिल्लीः कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह बताया कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा तथा अब इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी।
इस बीच सीडब्ल्यूसी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं के अध्यक्ष बनने के अनुरोध पर राहुल गांधी ने कहा, 'मैं विचार करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पार्टी नेताओं से विचारधारा के स्तर पर स्पष्टता की जरूरत है। कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव तक उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए।
अंबिका सोनी ने कहा कि वहां जी-23 का जिक्र तक नहीं था। वे बैठक में मौजूद थे। कांग्रेस गुटों में बंटी नहीं है, हम एक हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी नेता सर्वसम्मति से चाहते हैं कि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष बनें। प्रक्रिया (चुनाव के लिए) सितंबर (2022) में शुरू होगी।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने कहा कि सभी ने एकमत से सहमति व्यक्त की, कि वह (राहुल गांधी) (पार्टी अध्यक्ष) बनेंगे या नहीं, यह उन पर निर्भर है। सभी की राय है कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए।
सोनिया गांधी ने कपिल सिब्बल समेत ‘जी 23’ समूह के कुछ नेताओं की ओर से पिछले दिनों सार्वजनिक रूप दिए जाने की पृष्ठभूमि में शनिवार को उन्होंने उन्हें निशाने पर लिया और नसीहत देते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं तथा उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है। किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, विदेश नीति और चीन की आक्रामकता के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।
सोनिया ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार का एक सूत्री एजेंडा ‘बेचो, बेचो और बेचो’ है...देश में किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर, गैस सिलेंडर का दाम 900 रुपये और खाने के तेल की कीमत 200 रुपये के पार चली जाएगी। इससे लोगों के जीवन पर असहनीय बोझ पड़ रहा है।’’
आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। पूरा संगठन चाहता है कि कांग्रेस फिर से मजबूत हो। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एकजुटता हो और पार्टी के हित को सर्वोच्च रखा जाए। इन सबसे ऊपर आत्मनियंत्रण और अनुशासन की जरूरत है।’’