कोलकाता, 12 फरवरी माकपा ने शुक्रवार को दावा किया कि डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) तथा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं पर बृहस्पतिवार को पुलिस के कथित ‘अत्याचारों’ के खिलाफ वाम मोर्चा द्वारा शुक्रवार को आहूत 12 घंटे के बंद को लेकर राज्य के लोगों की प्रतिक्रिया ‘‘सकारात्मक’’ रही।
माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम ने कहा कि पार्टी ने तय किया था कि बंद को जबरन लागू नहीं किया जाएगा क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी हो सकती है। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने बंद का स्वेच्छा से समर्थन किया।
सलीम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विरोध मार्च में शामिल होने की तैयारी कर रहे वाम कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कई को हिरासत में लिया गया और हम उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग करते हैं। राज्य के लोगों ने बंद का समर्थन किया है।’’
गौरतलब है कि नौकरियों और बेहतर शिक्षा सुविधाओं की मांग को लेकर 'नबन्ना अभियान' में शामिल वाम कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बृहस्पतिवार को मध्य कोलकाता के एस्पलेनेड इलाके में झड़प हो गई थी।
वाम नेता ने कहा कि पार्टी के करीब 500 सदस्य एवं समर्थक झड़प में घायल हुए और विभिन्न अस्पतालों में उनका उपचार चल रहा है।
पूर्व सांसद ने दावा किया, ‘‘पुलिस राज्य सरकार तले निष्प्रभावी और निकम्मी हो गई है। उसने कार्यकर्ताओं पर सुनियोजित हमला किया।
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