शिमला: हिमाचल प्रदेश में अब शराब महंगी हो सकती है। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अब शराब की बोतलों की बिक्री पर 10 रुपये प्रति बोतल 'काउ सेस' (गाय के लिए कर) लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से हर साल 100 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। यह घोषणा सुक्खू ने राज्य विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अपने कार्यकाल का पहला वार्षिक बजट पेश करने के दौरान की।
हिमाचल में हर बोतल पर लग रहे थे 2 रुपये काउ सेस
वैसे, राज्य में आबकारी विभाग पहले से ही शराब की बिक्री पर 2 रुपये प्रति बोतल 'गौ सेस' वसूल कर रहा था, जिसे राज्य के 12 से अधिक जिलों में स्थापित गौसदन या गौ-भयारण्यों के रखरखाव और स्थापना के लिए रखा जाता है।
सेस में यह बढ़ोतरी तब की हुई है जब 2022-23 के दौरान राज्य की जीडीपी सुस्त रही है। सीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि 7.6 प्रतिशत थी जो 2022-23 के दौरान घटकर 6.4 प्रतिशत रह गई। बजट पेश करते हुए सुक्खू ने कांग्रेस को जनादेश देने के लिए राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक कठिन वित्तीय स्थिति है।
उन्होंने बताया कि संशोधित वेतनमान के बकाये और 11,000 करोड़ रुपये के महंगाई भत्ते के भुगतान के कारण राज्य पर 75,000 करोड़ रुपये का भारी कर्ज और अन्य देनदारियां हैं।
हिमाचल प्रदेश के बजट में ये ऐलान भी
सुक्खू ने ऐलान किया कि राज्य के सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिहाज से हिमाचल प्रदेश को एक आदर्श राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डीजल से चलने वाली कुल 1,500 बसों को 1,000 करोड़ रुपये की लागत से बदला जाएगा। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित करने और सभी 12 जिलों को अगले एक वर्ष के दौरान हेलिपोर्ट सुविधा से जोड़ने की भी घोषणा की गई।
सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार जनता से किए सभी वादों को चरणबद्ध तरीके से पूरा करेगी। पहले चरण में, 2,31,000 महिलाओं को वादे के मुताबिक प्रतिमाह 1,500 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 20,000 लड़कियों को इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदने पर 25,000 रुपये की सब्सिडी देने की भी घोषणा की।