कोविशील्ड की दो डोज के मध्य कम हो सकता है गैप, केंद्र 45 साल से अधिक आयु वालों के लिए ले सकता है फैसला
By अभिषेक पारीक | Published: August 5, 2021 10:07 PM2021-08-05T22:07:34+5:302021-08-05T22:15:13+5:30
कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच के गैप को केंद्र सरकार जल्द ही कम कर सकती है। बताया जा रहा है कि सरकार 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दो से चार हफ्ते में इसे लेकर फैसला कर सकती है।
कोविशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच के गैप को केंद्र सरकार जल्द ही कम कर सकती है। बताया जा रहा है कि सरकार 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दो से चार हफ्ते में इसे लेकर फैसला कर सकती है। हालांकि निर्णय वैज्ञानिक आधार पर ही किया जाएगा। लाइव मिंट के एक इंटरव्यू में कोविड-19 वर्किंग गु्रप के चेयरमैन डॉ. एनसी अरोड़ा ने यह बात कही है।
कोविशील्ड की दो डोज के मध्य का अंतर फिलहाल 12 से 16 हफ्ते का है। हालांकि कोविशील्ड की वैक्सीन आने के बाद शुरुआत में तय अंतर चार से छह सप्ताह का था। जिसे पहली बार बढ़ाकर चार से आठ सप्ताह और उसके बाद में 12 से 16 हफ्ते किया गया।
केंद्र सरकार के इस फैसले को वैक्सीन के कमी से जोड़कर देखा गया था। हालांकि सरकार ने इससे इनकार किया था। सरकार ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा था कि वैक्सीन की दोनों डोज के मध्य ज्यादा गैप होने से एंटीबॉडी ज्यादा बनती है।
वहीं कई विशेषज्ञों ने भी कहा था कि वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद लोगों में ज्यादा एंटीबॉडी जनरेट होती है, ऐसे में दूसरी डोज ज्यादा अंतराल पर दी जानी चाहिए। हालांकि सरकार के अंतराल बढ़ाने के बाद एक नई स्टडी ने अलगा दावा किया था और बताया था कि कोविशील्ड की पहली डोज से ज्यादा एंटीबॉडीज बनने के बारे में अनुमान सही नहीं था।
बता दें कि देश में फिलहाल कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तीन तरह की वैक्सीन लोगों को दी जा रही है। इनमें कोविशील्ड के साथ ही कोवैक्सीन और स्पूतनिक भी शामिल है। देश में तीसरी लहर बहुत जल्द ही आने की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की खुराक देकर इम्युनिटी बढ़ाई जा सकती है।