लाइव न्यूज़ :

अदालत ने दंपति को तलाक की मंजूरी दी, कहा- पति ने पत्नी को ‘कामधेनु गाय’ समझा

By भाषा | Updated: November 7, 2021 20:22 IST

Open in App

नयी दिल्ली, सात नवंबर दिल्ली उच्च न्यायालय ने पति द्वारा मानसिक क्रूरता के आधार पर एक दंपति को तलाक की मंजूरी दे दी। अदालत ने कहा कि व्यक्ति अपनी पत्नी को ‘‘कामधेनु गाय’’ समझता है और दिल्ली पुलिस में नौकरी मिलने के बाद ही पत्नी के साथ रहने में उसकी दिलचस्पी बढ़ी।

न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ ने कहा कि बिना किसी भावनात्मक संबंध के पति के भौतिकवादी रवैये से पत्नी को मानसिक पीड़ा और आघात पहुंचा होगा जो उसके साथ क्रूरता दिखाने के लिए पर्याप्त है। पीठ ने भी कहा कि आम तौर पर हर विवाहित महिला की इच्छा होती है कि वह एक परिवार शुरू करे, हालांकि, वर्तमान मामले में प्रतीत होता है कि पति को ‘‘शादी कायम रखने में कोई रूचि नहीं है, बल्कि उसे केवल पत्नी की आमदनी में दिलचस्पी है।’’

उच्च न्यायालय ने महिला की तलाक संबंधी याचिका को खारिज करने के पारिवारिक अदालत के आदेश को रद्द कर दिया और हिंदू विवाह कानूत के तहत विवाह को भंग कर दिया।

महिला ने इस आधार पर तलाक मांगा था कि पति बेरोजगार है, शराबी है और उसका शारीरिक शोषण करता है तथा पैसे की मांग करता है। वर्तमान मामले में दोनों पक्ष गरीब पृष्ठभूमि के थे और विवाह तब संपन्न हुआ जब पति और पत्नी क्रमशः 19 वर्ष और 13 वर्ष के थे। व्यक्ति 2005 में वयस्क होने के बाद भी पत्नी को नवंबर 2014 तक ससुराल नहीं ले गया लेकिन जब पत्नी ने दिल्ली पुलिस में नौकरी हासिल कर ली तब व्यक्ति का रुख बदल गया।

अदालत ने कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि प्रतिवादी ने अपीलकर्ता(पत्नी) को ‘कामधेनु गाय’ समझा और दिल्ली पुलिस में नौकरी मिलने के बाद ही उसमें उसकी दिलचस्पी जगी। प्रतिवादी का बिना किसी भावनात्मक संबंधों के इस तरह का बेशर्मी भरा भौतिकवादी रवैया अपने आप में मानसिक पीड़ा और आघात का कारण बनता है, जो उसके साथ क्रूरता साबित करने के लिए पर्याप्त है।’’

पति ने इस आधार पर विवाह समाप्त किए जाने का विरोध किया कि उसने महिला की शिक्षा का खर्चा उठाया जिससे उसने नौकरी हासिल की। अदालत ने कहा कि चूंकि पत्नी 2014 तक अपने माता-पिता के साथ रह रही थी, इसलिए ‘‘जाहिर है कि उसके रहने और पालन-पोषण का सारा खर्च उसके माता-पिता ने वहन किया होगा’’ और इसके विपरीत दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतजम्मू-कश्मीर: बढ़ती सर्दी में खतरा बढ़ा, पहाड़ों से उतरते आतंकी और सीमा पार की साजिशें चिंता का कारण बनीं

भारतभाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभालने के बाद पहली बार पटना पहुंच रहे हैं नितिन नवीन, पार्टी ने की स्वागत की भव्य तैयारी

कारोबारफॉक्सकॉन ने भारत में महिलाओं द्वारा चलाई जा रही नई आईफोन फैक्ट्री में 30,000 नए कर्मचारियों को दी जॉब्स, जानें औसत मासिक सैलरी

विश्वBangladesh Political Crisis: उस्मान हादी की हत्या के बाद, जातीय श्रमिक शक्ति नेता मोतालेब शिकदर को सिर पर मारी गई गोली

भारतVIDEO: रायबरेली में सिगरेट लेने के लिए लोको पायलट ने रोकी मालगाड़ी ट्रेन? 10 म‍िनट तक क्रॉस‍िंग पर लगा रहा जाम

भारत अधिक खबरें

भारतपश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2026ः जनता उन्नयन पार्टी का गठन, बेलडांगा और रेजीनगर सीटों से चुनाव लड़ेंगे हुमायूं कबीर

भारतदेश के अंदर 2 नमूने हैं, 1 यूपी में और दूसरा दिल्ली में...?, सीएम योगी ने किया हमला, वीडियो

भारतराज्यसभा चुनावः अप्रैल 2026 में 5 सीट खाली?, 2-2 सीट जदयू और भाजपा और एक सीट चिराग, मांझी ने बेटे संतोष कुमार सुमन से कहा-तू छोड़ दा मंत्री पद का मोह?

भारतभारतीय एथलेटिक्स 2025ः नीरज चोपड़ा ने 90 मीटर की दूरी हासिल की?, डोपिंग डंक भी डसता रहा, इन खिलाड़ी पर गाज?

भारतहिजाब विवाद के बीच पीएम मोदी और अमित शाह से मिले नीतीश कुमार?, दिल्ली में 30 मिनट तक बातचीत, वीडियो