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Coronavirus Update: इटली और कोरिया की यात्रा, विदेशी को भारत में प्रवेश पर प्रमाणपत्र देना होगा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 5, 2020 19:43 IST

मंत्रालय ने एक यात्रा परामर्श में कहा है कि यह 10 मार्च की रात 12 बजे से प्रभावी होगा और कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने तक यह एक अस्थायी उपाय है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 30 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 16 इतालवी पर्यटक शामिल हैं।

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ठळक मुद्देअपने-अपने देशों के स्वास्थ्य प्राधिकारों द्वारा अधिकृत प्रयोगशालाओं से यह प्रमाणपत्र लेना होगा।इटली, इरान, दक्षिण कोरिया, जापान के नागरिकों को तीन मार्च या इससे पहले दिये गए वीजा/ई-वीजा को निलंबित कर दिया है।

नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत ने इटली और दक्षिण कोरिया से आने वालों या वहां की यात्रा कर चुके लोगों के लिए अतिरिक्त वीजा पाबंदियां लगाई हैं और उनके लिए कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने का प्रमाणपत्र सौंपना अनिवार्य कर दिया गया है।

उन्हें अपने-अपने देशों के स्वास्थ्य प्राधिकारों द्वारा अधिकृत प्रयोगशालाओं से यह प्रमाणपत्र लेना होगा। मंत्रालय ने एक यात्रा परामर्श में कहा है कि यह 10 मार्च की रात 12 बजे से प्रभावी होगा और कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने तक यह एक अस्थायी उपाय है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 30 मामलों की पुष्टि हुई है जिनमें 16 इतालवी पर्यटक शामिल हैं। कुल संख्या में केरल में पिछले महीने सामने आए तीन मामले भी शामिल हैं हालांकि उनके स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

सरकार ने अब तक भारत में प्रवेश नहीं करने वाले इटली, इरान, दक्षिण कोरिया, जापान के नागरिकों को तीन मार्च या इससे पहले दिये गए वीजा/ई-वीजा को निलंबित कर दिया है। परामर्श के मुताबिक सरकार ने अब तक भारत में प्रवेश नहीं करने वाले तथा तीन मार्च या इससे पहले जापानियों और दक्षिण कोरिया के नागरिकों को जारी ‘आगमन वीजा’ भी निलंबित कर दिया है। अकाट्य कारणों के चलते जिन लोगों के लिए भारत की यात्रा करना जरूरी है, वे नजदीकी दूतावास/ वाणिज्य दूतावास से नया वीजा मांग सकते हैं।

चीन के नागरिकों को पांच फरवरी या उससे पहले जारी नियमित (स्टीकर) वीजा/ ई-वीजा पहले ही निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन प्रभावी रहेगा। परामर्श में कहा गया है कि चीन, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और जापान की एक फरवरी या इसके बाद यात्रा करने वाले सभी विदेशी नागरिकों को जारी नियमित (स्टीकर) वीजा/ई -वीजा तत्काल प्रभाव से निलंबित है।

इसमें यह भी कहा गया है कि राजनयिक, संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के अधिकारियों, ओसीआई कार्ड धारक और उपर उल्लेखित देशों के एयरक्रू को भारत मे प्रवेश के लिए इस तरह के प्रतिबंध से छूट दी गई है। हालांकि, उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग अनिवार्य है। इसके अलावा, स्वास्थ्य मंत्रालय ने चार मार्च से सभी विदेशी नागरिकों की स्क्रीनिंग का आदेश दिया है और बुधवार शाम से यह अधिकतर हवाईअड्डों पर शुरू हो गया है। इससे पहले, सिर्फ 12 देशों से आने वाले यात्रियों की हवाईअड्डों पर स्क्रीनिंग की जा रही थी। 

भारतीयों को कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं : वरिष्ठ शोधकर्ता

कोरोना वायरस से संक्रमित पांच में से चार लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं और फिलहाल भारत के लोगों को वायरस के फैलने को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। पिछले साल रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन की सदस्य चुनी गईं पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक और क्रिश्चयन मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर गगनदीप कांग ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में यह बात कही। कांग ने कहा कि बीमारी की जांच भी सलाह दिए जाने के बाद ही करवानी चाहिए। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 30 हो गए हैं, जिनमें 16 इटली के पर्यटक भी शामिल हैं।

कोरोना को लेकर गगनदीप ने कहा कि इस समय सभी उपचार कारगर नहीं हैं लेकिन ये मददगार हैं। उन्होंने कहा कि पांच में से चार लोग अपने आप ही ठीक हो जाते हैं और ऐसे संक्रमितों को खांसी और बुखार के लिए केवल 'पेरासिटामोल' जैसी दवाएं ही काफी हैं। कांग ने कहा, '' पांचवें आदमी को डॉक्टर को दिखाने अथवा अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ सकती है। अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए।''

उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को घबराने या चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम हर दिन कई तरह के वायरस के संपर्क में आते हैं। अपने हाथों को अच्छे से धोएं और फर्श पर भी कीटाणुनाशक का पोछा लगाएं। अपने चेहरे को छूने से बचें। कोरोना वायरस (सीओवी) असल में वायरसों का एक बड़ा परिवार है, जिसके चलते सामान्य जुकाम से लेकर सांस संबंधी गंभीर परेशानी हो सकती है। दुनियाभर में 90 हजार से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लेकर तीन हजार से अधिक लोगों की जान लेने वाला कोरोना वायरस इससे पहले कभी नहीं देखा गया।

नमूने लेने के बाद वायरस संक्रमण की जांच के नतीजे आने में करीब 12-24 घंटे का समय लगता है। कांग ने कहा कि इस समय देखने में आया है कि अन्य फ्लू के मुकाबले कोरोना से बच्चों में गंभीर बीमारी नहीं होती है। उन्होंने बताया कि ये वायरस बुजुर्गों या फिर ऐसे लोगों में जोकि उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय संबंधित बीमारियों से ग्रसित हैं, के लिए खतरनाक है। कांग ने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी को लगता है कि वह कोरोना वायरस के संपर्क में आया है तो उसे तुरंत जन स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना देनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि वतर्मान में इस बीमारी से लड़ने के लिए कोई टीका नहीं है लेकिन कई पर काम किया जा रहा है। अगर टीके को विकसित करने के प्रयास सही दिशा में जाते हैं तो अगले साल तक टीका तैयार किया जा सकता है। कांग ने सलाह दी कि अगर आपको बुखार अथवा जुकाम है तो बेहतर होगा कि आप घर से ही काम करें। उन्होंने बताया कि छींकने और खांसने वाले लोगों से करीब 10 फीट की दूरी पर रहें। 

कोरोना वायरस : प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच के बाद ही ताजमहल में प्रवेश कर सकेंगे विदेशी पर्यटक

शहर के छह लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग विदेशों से आने वाले पर्यटकों को प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच के बाद ही ताजमहल में प्रवेश की अनुमति दे रहा है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सतीश वर्मा ने बताया कि गुरुवार को ताजमहल से पांच सौ मीटर की दूरी पर शिल्पग्राम में एम्बुलेंस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात की गयी है। वह विदेशी पर्यटकों का परीक्षण कर रही है। उन्होंने बताया कि पर्यटन थाना पुलिस के इंसपेक्टर दिनेश कुमार, एसआई राकेश चौहान, एसआई हेमंत मावी और कांस्टेबल हरवीर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सहयोग कर रहे हैं। 

कोरोना वायरस: ईरान में मरने वालों की संख्या 107 हुई

ईरान में खतरनाक कोरोना वायरस से कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई है और 3,513 लोग संक्रमित हैं। अब बड़े शहरों के बीच यात्रा को कम करने के लिए कई नाके बनाए जाएंगे और लोगों से कागजी नोट के इस्तेमाल को कम करने की अपील की गई है।

ईरान में यह घोषणा फलस्तीनी अधिकारियों के बेथलहम नेटिविटी चर्च को कोरोना वायरस के मद्देनजर अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की जानकारी देने के बाद की। इसके अलावा सभी पर्यटकों के वेस्ट बैंक में प्रवेश पर भी रोक लगा दी। ईरान के स्वास्थ्य मंत्री सईद नमकी ने टेलीविजन पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में नए प्रतिबंधों की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि फारसी का नया साल कहे जाने वाले नौरोज के मौके पर स्कूलों और विश्वविद्यालय बंद रहेंगे। इसके अलावा सभी स्कूलों और विश्वविद्यालयों को अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ईंधन भरने वाले स्टेशनों पर लोगों को अपने वाहन में ही बैठे रहना चाहिए और स्टेशन के अटेडेंट को ही काम करने देना चाहिए ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके। चीन के बाहर ईरान और इटली में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौत हुई है। 

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