मुंबई: देश भर में जारी कोरोना संक्रमण का सर्वाधिक असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र में आज शाम 6 बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण के 466 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, प्रदेश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4666 हो गई है। वहीं, राज्य में कोरोना संक्रमण की वजह से 232 लोगों की मौत हो गई है।
आज महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित 9 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा, आज प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों से 65 रोगियों को छुट्टी दी गई है। राज्य में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने वाले रोगियों की संख्या 572 है। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने ये जानकारी दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 1553 नए मामले सामने आये, जबकि संक्रमण के कारण एक दिन में 36 लोगों की मौत हो गई।
देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 17656 हो गई है, जिसमें से 14255 सक्रिय मामले हैं, 2842 ठीक हो गए हैं। अभी तक मरने वाले की संख्या बढ़कर 559 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 17656 पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़कर 2842 (14.75 प्रतिशत) हो गयी है। देश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 543 हो गयी है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के पालन को सुनिश्चित किये जाने के कारण देश में संक्रमित मरीजों की संख्या दोगुनी होने की दर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। अग्रवाल ने इसे कोरोना के खिलाफ अभियान के लिये सकारात्मक संकेत बताते हुये कहा कि 25 मार्च को लॉकडाउन लागू होने के पहले राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों की संख्या 3.4 दिन में दोगुनी हो रही थी, अब 19 अप्रैल तक के विश्लेषण के आधार पर यह दर 7.5 दिन हो गयी है।
इस दौरान गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि देश में संक्रमण मुक्त इलाकों में सोमवार से लॉकडाउन में आंशिक छूट दिये जाने के मद्देनजर मंत्रालय स्थिति की सतत निगरानी कर रहा है। उन्होंने बताया कि जिन शहरों में लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले सामने आ रहे हैं उनमें इसका पालन सुनिश्चित कराने में मदद और स्थिति के आकलन के लिये मंत्रालय ने छह अंतर मंत्रालयी समूह गठित किये हैं। श्रीवास्तव ने बताया कि संक्रमण की स्थिति में सुधार नहीं होने और लॉकडाउन का शतप्रतिशत पालन नहीं हो पाने वाले जिलों में ये समूह भेजे गये हैं।