नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि देश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 28 मामलों की पुष्टि हो गई है, इनमें इटली के 16 पर्यटक भी शामिल हैं। दुनिया के 70 देश में फैल चुका है। अभी तक विश्व भर में 3100 लोगों की मौत हो गई है। वायरस को लेकर देशभर के एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
डा हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये मंत्रालय द्वारा किए गए एहतियाती उपायों की समीक्षा बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विदेश यात्रा कर भारत आने वाले सभी यात्रियों की हवाईअड्डों पर जांच की जाएगी। अभी तक कोरोना वायरस के संक्रमण के दायरे वाले 12 देशों से भारत आने वाले यात्रियों की ही स्क्रीनिंग की जा रही थी।
हर्षवर्धन ने बताया कि बैठक में मौजूद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन और दिल्ली नगर निगमों के अधिकारियों से भी स्थानीय अस्पतालों में संक्रमण की आशंका वाले लोगों को अन्य मरीजों से अलग रखने के लिये ‘आइसोलेशन वार्ड’ बनाने सहित अन्य जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को आपसी सामंजस्य से दुरुस्त करने को कहा गया है।
अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सा इंतजाम करने को कहा गया
उन्होंने कहा कि मरीजों की संख्या बढ़ने पर दिल्ली सरकार और नगर निगम के अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सा इंतजाम करने को कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के देश पर आसन्न संकट को देखते हुये हम सभी स्तरों पर एक ही इकाई के रूप में काम कर रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिये हमें आपसी सामंजस्य से साझा उपाय करने होंगे।’’
डॉ. हर्षवर्धन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुये लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने और एक-दूसरे के सीधे संपर्क में आने से बचने की अपील की है। डा हर्षवर्धन ने कहा कि यदि ईरान की सरकार सहयोग के लिये तैयार होती है तो वहां भी एक जांच केंद्र बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ऐसा होने से स्क्रीनिंग के बाद ईरान से भारत के नागरिकों को वापस लाने में मदद मिलेगी। एक अनुमान के मुताबिक ईरान में लगभग 1200 भारतीय नागरिक मौजूद हैं। इनमें ज्यादातर छात्र और तीर्थयात्री शामिल हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री और नगर निकाय के अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे भी शहर के अस्पतालों में पृथक वार्ड की सुविधाएं तैयार करने की अपील की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के जिन 28 मामलों की पुष्टि हुई है उनमें 45 वर्षीय एक मरीज दिल्ली के मयूर विहार इलाके का निवासी है और छह अन्य उसके आगरा निवासी रिश्तेदार हैं।
सभी का इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है
उन्होंने बताया कि इन सभी का इलाज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने कहा कि इनके अलावा तेलंगना के 24 वर्षीय एक अन्य मरीज में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, इटली के पर्यटकों के एक समूह के 16 सदस्य भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
इन पर्यटकों का वाहन चालक भी इस वायरस के संक्रमण का शिकार हुआ है। संक्रमण की पुष्टि वाले इटली के एक पर्यटक दंपति का इलाज जयपुर के एसएमएस अस्पताल में और 14 अन्य सदस्यों एवं वाहन चालक को दिल्ली के छावला स्थित आईटीबीपी के कैंप में रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि वाले तीन मामले सबसे पहले केरल में सामने आए थे, लेकिन इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होने पर इनकी अस्पताल से छुट्टी कर दी गयी थी। उन्होंने बताया कि अब तक हवाई अड्डों पर 5,89,000 लोगों की जबकि सीमाओं पर दस लाख से भी ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इसके अलावा समुद्री रास्ते से भारत आने वाले 15 हजार से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रमुख छोटे-बड़े बंदगाहों पर की गई।
इनके अलावा लगभग दस लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग नेपाल सहित अन्य सीमावर्ती पड़ोसी देशों की सीमा पर की जा चुकी है। इस बीच मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि संक्रमण वाले इटली के पर्यटक स्वदेश वापस जाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटकों के समूह में पहले यात्री के संक्रमण की जयपुर में पुष्टि होने के बाद से ही समूह के सभी सदस्यों ने स्वदेश वापसी की इच्छा जताई थी। हालांकि, अधिकारियों ने फिलहाल इन सभी को भारत में ही रुकने की सलाह दी है।
डा हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि कोरोना वायरस के परीक्षण के लिये पहले सिर्फ पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की प्रयोगशाला का ही विकल्प मौजूद था लेकिन अब परीक्षण की सुविधा का विस्तार कर 15 और प्रयोगशालायें शुरू की गयी हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण के लिये 15 प्रयोगशालायें काम कर ही हैं जबकि 19 अन्य परीक्षण केन्द्र शुरू किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया रोग निगरानी कार्यक्रम के तहत दिल्ली के संक्रमित मरीज से हाल ही में मिलने वाले 66 लोगों और हैदराबाद में उपचाराधीन तेलंगाना के मरीज के संपर्क में आए 88 लोगों की पहचान कर ली गई है। डॉ. हर्षवर्धन ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों से भी कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात से निपटने के लिये सभी जरूरी इंतजाम करने को कहा है।
कोरोना वायरस: दिल्ली मेट्रो ने परामर्श जारी किया, परिसरों की स्वच्छता पर और जोर
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने बुधवार को कहा कि वह कोरोना वायरस के मद्देनजर अपने परिसरों की साफ-सफाई की आवृत्ति बढ़ाएगी। डीएमआरसी ने विषाणु के संबंध में ‘क्या करें, ‘क्या न करें’ का परामर्श भी जारी किया है जो हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में है।
यह राजीव चौक, कश्मीरी गेट, केंद्रीय सचिवालय, चांदनी चौक और नयी दिल्ली जैसे बड़े स्टेशनों पर विषाणु से संबंधित जानकारी दर्शाने के लिए डिजिटल स्क्रीन भी लगाएगी। डीएमआरसी ने कहा, ‘‘दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों को जानकारी दी गई है और कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए ‘क्या करें’, ‘क्या न करें’ को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।’’
इसने कहा, ‘‘इस (विषाणु) के संबंध में आधारभूत एहतियाती कदमों को लेकर सूचनात्मक संदेशों के साथ यात्रियों में जागरूकता फैलाने के लिए कुछ अन्य बड़े स्टेशनों पर डिस्प्ले लगाए जाएंगे।’’ दिल्ली मेट्रो से हर रोज 20 लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया जिससे लोगों में दहशत है।