Coronavirus: सुप्रीम कोर्ट में की गई वकीलों, याचिकाकर्ताओं, पत्रकारों की थर्मल स्क्रीनिंग
By भाषा | Published: March 16, 2020 11:58 AM2020-03-16T11:58:54+5:302020-03-16T11:58:54+5:30
coronavirus: सुप्रीम कोर्ट में जांच के मद्देनजर प्रवेश द्वार पर स्वास्थ्य अधिकारियों के अलावा वकील, याचिकाकर्ता और पत्रकार पंक्तियों में खड़े नजर आए।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय में सोमवार को वकीलों, याचिकाकर्ताओं और पत्रकारों की थर्मल जांच की गई। इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए कई कदम उठाने वाली शीर्ष अदालत ने एहतियाती तौर पर कुछ ही वकीलों, याचिकाकर्ताओं और पत्रकारों को ही अदालत कक्ष में आने की अनुमति दी है।
जांच के मद्देनजर प्रवेश द्वार पर स्वास्थ्य अधिकारियों के अलावा वकील, याचिकाकर्ता और पत्रकार पंक्तियों में खड़े नजर आए। प्रतिबंधित प्रवेश के कारण अदालत और परिसर में किन लोगों को जाने की अनुमति दी जाएगी, इस बात को लेकर अधिकारी थोड़े परेशान भी नजर आए।
अदालत में केवल उन वकीलों और याचिकाकर्ताओं को जाने की अनुमति दी गई, जिनके मामले आज सुनवाई के लिए सूचीबद्ध हैं। उल्लेखनीय है कि शनिवार को उच्चतम न्यायालय की ओर से जारी परिपत्र में कहा गया था कि 16 मार्च को शीर्ष अदालत की 15 पीठों में से केवल छह पीठ ही सुनवाई करेंगी और अति आवश्यक प्रवृत्ति के केवल 12 मामलों की सुनवाई करेगी, ताकि अदालत कक्ष में भीड़ से बचा जा सके।
इधर, कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक ईरान से 53 भारतीयों का चौथा जत्था सोमवार को तड़के नयी दिल्ली पहुंचा, जहां से उन्हें जैसलमेर स्थित भारतीय सेना स्वास्थ्य केन्द्र में पृथक रखे जाने के लिए रवाना कर दिया गया। अभी तक कुल 389 भारतीयों को ईरान से भारत लाया जा चुका है।
गौरतलब है कि ईरान से रविवार को 230 से अधिक भारतीयों का तीसरा जत्था नयी दिल्ली पहुंचा था जिन्हें जैसलमेर के भारतीय सेना स्वास्थ्य केन्द्र में पृथक रखा गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, '53 भारतीयों (52 छात्रों और एक शिक्षक) का चौथा जत्था ईरान के तेहरान और शिराज से आ गया है। इसके साथ ही कुल 389 भारतीय अभी तक ईरान से भारत आ चुके हैं। ईरान में भारतीय दल और ईरानी अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करता हूं।'