Coronavirus Outbreak Updates: सिद्धिविनायक और तुलजा भवानी मंदिर और अजंता-एलोरा गुफाएं बंद, बंबई हाईकोर्ट में केवल 2 घंटे काम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 16, 2020 06:59 PM2020-03-16T18:59:02+5:302020-03-16T18:59:02+5:30
गुफाओं के अलावा सरकार ने बीबी-का-मकबरा, औरंगाबाद की गुफाएं, दौलताबाद (देवगिरि) किला को भी बंद कर दिया है। इन ऐतिहासिक स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, विशेष रूप से विदेशी पर्यटक।
मुंबई/औरंगाबादः महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित अजंता-एलोरा गुफाओं सहित कई ऐतिहासिक स्थलों को 19 मार्च से सात अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलने के मद्देनजर एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है। गुफाओं के अलावा सरकार ने बीबी-का-मकबरा, औरंगाबाद की गुफाएं, दौलताबाद (देवगिरि) किला को भी बंद कर दिया है। इन ऐतिहासिक स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, विशेष रूप से विदेशी पर्यटक।
जिलाधिकारी उदय चौधरी ने कहा, ‘‘भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और महाराष्ट्र सरकार के तहत आने वाले सभी स्मारक 19 मार्च से सात अप्रैल तक बंद रहेंगे। अगले दो दिन तक जिन पर्यटकों को इन स्थानों पर जाने की अनुमति दी गई है, एएसआई पहले ही उनकी जांच कर चुका है।’’
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर को अगली सूचना तक श्रद्धालुओं के लिए बंद करने की घोषणा सोमवार को की गई। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के उस्मानाबाद जिले में स्थित तुलजा भवानी मंदिर को भी श्रद्धालुओं के लिए 17 से 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थान से बचने का आग्रह किया था। प्रभादेवी क्षेत्र में स्थित भगवान गणेश को समर्पित सिद्धिविनायक मंदिर में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने जाते हैं और यहां मंगलवार को अत्यधिक भीड़ होती है। सिद्धिविनायक मंदिर न्यास के अध्यक्ष आदेश बांदेकर ने कहा कि विश्व में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बांदेकर ने कहा, “सिद्धिविनायक मंदिर में हजारों लाखों लोग दर्शन करने आते हैं।
वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस के खतरे से निपटना हमारा दायित्व है। इसलिए न्यास ने अगली सूचना तक दर्शन के लिए मंदिर बंद करने का निर्णय लिया है।” तुलजा भवानी मंदिर के सहायक जनसंपर्क अधिकारी नागेश शितोले ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद रविवार को तेरह हजार श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने कहा, “इसलिए प्रबंधन समिति की आज एक बैठक हुई और मंदिर को 17 से 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया।”
कोरोना वायरस : बंबई उच्च न्यायालय में मंगलवार से सिर्फ दो घंटे होगा कामकाज
बंबई उच्च न्यायालय और नागपुर, औरंगाबाद तथा गोवा स्थित उसकी पीठों में 17 मार्च से प्रतिदिन महज दो घंटे कामकाज होगा। यह आदेश कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर जारी किया गया है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश बी. पी. धर्माधिकारी और अन्य वरिष्ठ न्यायाधीशों की बैठक के बाद उच्च न्यायालय ने सोमवार को यह परिपत्र जारी किया।
अदालत के रजिस्ट्रार एस. बी. अग्रवाल ने बताया कि मुंबई स्थित उच्च न्यायालय की प्रधान पीठ और नागपुर, औरंगाबाद तथा गोवा स्थित अन्य पीठों में 17 मार्च से अगले आदेश तक सुनवाई दोपहर 12 बजे से अपराह्न दो बजे तक होगी। उसमें कहा गया है कि सभी जिला और मजिस्ट्रेट अदालतें यह सुनिश्चित करें कि उनका कामकाज भी एक दिन में तीन घंटे से ज्यादा ना हो और वह भी सिर्फ जरूरी मुकदमों की ही सुनवाई करें।