कोरोना वायरस के कारण भारत में दूसरी मौत का मामला सामने आया है। दिल्ली में एक 68 वर्षीय महिला का कोरोना वायरस के कारण निधन हो गया। वह राजधानी के आरएमएल अस्पताल में भर्ती थीं। दिल्ली में मिले कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में उनका नंबर छठा था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार की इसकी पुष्टि की। अधिकारियों ने बताया कि महिला की मौत एक से ज्यादा बीमारियों (मधुमेह और उच्च रक्तचाप) की वजह से हुई है। हालांकि, उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि भी हुई है।
उन्होंने बताया कि महिला राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थी। देश में इस संक्रमण से मौत का यह दूसरा मामला है। इस रोग से पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 वर्षीय पुरुष की हुई थी। उसकी मौत मंगलवार को हुई थी लेकिन उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि गुरुवार को हुई।
वहीं, दूसरी ओर पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी निवासी और नोएडा में काम करने वाले एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए 773 लोगों का पता लगा लिया गया है। इस संबंध में निर्धारित प्रोटोकॉल/दिशा-निर्देशों के तहत तमाम एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस अब नियंत्रण के पड़ाव पर है : केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण अब नियंत्रण की स्थिति में है और इससे निपटने के लिए केन्द्र तथा दिल्ली सरकार साथ मिलकर काम कर रही है। दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
केजरीवाल ने विधानसभा को बताया, ‘‘हमने स्कूल, सिनेमा हॉल, विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं... ताकि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम हरसंभव एहतियाती कदम उठा रहे हैं और जनता हमारा साथ दे रही है।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि कोरोना वायरस नियंत्रण की स्थिति में है (पड़ाव पर है।) इससे निपटने के लिए केन्द्र और दिल्ली की सरकारें साथ मिलकर काम कर रही हैं।’’ केजरीवाल ने रेखांकित किया कि स्वस्थ लोगों को मास्क पहनने की जरुरत नहीं है। सामान्य एहतियाती कदम, जैसे समय-समय पर हाथ धोना आदि का पालन कर इस जानलेवा बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर आप मास्क पहनते हैं, आप उसे छुएंगे और उससे संक्रमण फैलने का डर होगा। सिर्फ संक्रमित लोगों को मास्क पहनने की जरुरत है।’’ स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि कोविड-19 के मामलों के लिए 500 से ज्यादा बिस्तर अस्पताल में तैयार रखे गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निजी अस्पतालों को भी जांच प्रयोगशालाएं चलाने की अनुमति होनी चाहिए।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)