महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, पिम्परी चिंचवाड़ ,नागपुर और ठाणे में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए शुक्रवार रात से 30 मार्च तक सभी सिनेमाहाल, जिम, स्विमिंग पुल और सार्वजनिक पार्क बंद करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार शुक्रवार रात 12 बजे से महामारी रोग अधिनियम 1897 लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जहां भी संभव हो कंपनियों को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देनी चाहिए। ठाकरे ने अगले आदेश तक पुणे और पिम्परी, चिंचवाड़ क्षेत्र में स्कूल बंद रखने की घोषणा की। हालांकि उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में एसएससी परीक्षाएं अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी रहेंगी।
उन्होंने सदन को यह भी बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 17 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें पुणे में 10, मुंबई और नागपुर में तीन-तीन और ठाणे का एक मामला शामिल है। मुख्यमंत्री ने लोगों से मॉल जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करने का आग्रह किया।
कोरोना वायरस के चलते मध्य प्रदेश के समस्त स्कूल, कालेज एवं सिनेमा हॉल बंद
कोरोना वायरस के चलते मध्य प्रदेश के समस्त स्कूलों, कालेजों एवं सिनेमा हॉलों को एहतियात तौर पर तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया गया। स्कूल कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे, जबकि सिनेमा हॉल 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दिये गये हैं। हालांकि, कक्षा 10 एवं 12 की समस्त बोर्डों परीक्षाओं के साथ-साथ मध्यप्रदेश के सरकारी विद्यालयों में पांचवीं एवं आठवीं कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी।
शिक्षकीय एवं गैर शिक्षकीय कर्मचारी विद्यालयों में सरकारी/अकादमिक कार्य यथावत करते रहेंगे। मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना वायरस का एक भी सत्यापित मामला नहीं आया है। लेकिन देश के विभिन्न शहरों में इस बीमारी के सत्यापित मामले आने के बाद एहतियात तौर पर यह कदम उठाया गया है।
मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नोवल कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्कूलों, कॉलेजों में अवकाश घोषित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि परीक्षाओं को यथावत रखा जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही, सिनेमा हाल भी 31 मार्च तक बंद रखे जाएं और ऐसे सभी आयोजनों/ कार्यक्रमों को भी रोकने का प्रयास हो, जहाँ बड़ी संख्या में नागरिक एकत्रित होते हों।’’
कमलनाथ शुक्रवार को यहां मंत्रालय में नोवल कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में बताया गया कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी संभव कदम उठाए गए हैं। साथ ही प्रभावित होने की स्थिति में बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की व्यवस्थाएं की गई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के सभी जिम्मेदार नागरिकों और विभिन्न धर्मों के धर्म गुरुओं से भी आग्रह किया जाए कि वे नागरिकों को जागरुक बनायें, साथ ही वे ऐसा आयोजन न करें, जिसमें लोग इकट्ठा हों।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकरण मिलने के पहले ही हमारी तैयारियां ऐसी हो, जिससे यह बीमारी फैलने ही न पाए। उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए देश में और विदेशों में जो कदम उठाए गए हैं और उसके बेहतर परिणाम भी मिले हैं, उनका भी अनुसरण किया जाये। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के सीमावर्ती राज्य विशेषकर राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश राज्य से आने-जाने वाले लोगों की भी स्क्रीनिंग करने को कहा।
उन्होंने कहा कि इन राज्यों में बीमारी की रोकथाम के लिए की गई तैयारियों का भी अध्ययन करें। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा अब तक की गई तैयारियों की जानकारी ली। इसी बीच, मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस का कोई सत्यापित मामला सामने नहीं आया है।
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य सेवा के अपर संचालक डॉ. वीणा सिन्हा ने बताया, ‘‘मध्यप्रदेश में अभी तक कोई पॉजिटिव प्रकरण नहीं मिला है।’’ उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संभावित 27 लोगों के रक्त और अन्य संबंधित नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गये। इनमें से 25 लोगों की जांच रिपोर्ट हासिल हो गई है, जो सभी निगेटिव पाये गये हैं, जबकि शेष दो नमूनों के रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
कोरोना वायरस : पंजाब और हरियाणा सरकार ने शिक्षण संस्थाओं को 31 मार्च तक बंद किया
कोरोना वायरस के भय के कारण हरियाणा और पंजाब सरकार ने शुक्रवार को राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने भी तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया। हरियाणा ने राष्ट्रीय राजधानी से सटे पांच जिलों के स्कूलों को बंद करने का फैसला किया। हालांकि, हरियाणा के पांच जिलों के स्कूलों, पंजाब और चंडीगढ़ के सभी स्कूलों में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम की तहत परीक्षाएं जारी रहेंगी।
हरियाणा के उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक द्वारा पंचकूला में जारी परामर्श में कहा गया, ‘‘राज्य सरकार ने एहतियातन 31 मार्च तक राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को बंद रखने का फैसला किया है।’’ हरियाणा के स्कूली शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा, ‘‘राज्य के पांच जिलों सोनीपत, रोहतक, झज्जर, फरीदाबाद और गुरुग्राम के सभी सरकारी और निजी स्कूल तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक बंद रहेंगे, सिवाय उन स्कूलों के जिनमें परीक्षाएं चल रही हैं।’’
आदेश में कहा गया, ‘‘छात्र केवल पूर्व निर्धारित बोर्ड परीक्षा, वार्षिक एवं आकलन परीक्षा के लिए स्कूल जाएंगे। हालांकि, सभी शिक्षक और गैर शैक्षणिक कार्यों में लगे कर्मचारी पूर्व की तरह काम करते रहेंगे।’’
उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने गुरुवार को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया था और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने लोगों को बड़े समूह में एकत्र होने से बचने की सलाह दी थी। पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने शुक्रवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य में सभी स्कूल एहतियातन 31 मार्च तक बंद रहेंगे। पंजाब के उच्च शिक्षामंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है।
पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर जो केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं ने कोरोना वायरस के मद्देनजर हालात की समीक्षा के लिए बैठक की। चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कदम उठाने के लिए महामारी रोग अधिनियम लागू कर दिया है।
पंजाब सरकार ने सात सदस्यीय मंत्रियों का समूह दैनिक आधार पर कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए गठित किया है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वह बड़े पैमाने पर लोगों को एकत्र होने की अनुमति नहीं दें।
स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्र के नेतृत्व में यहां हुई बैठक में धार्मिक नेताओं और डेरा प्रमुख से आह्वान किया गया कि वे पूर्व निर्धारित धार्मिक समागम को स्थगित कर दें। उन्होंने बताया कि राज्य में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य में 2,200 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। मोहिंद्र ने बताया कि निजी क्षेत्र के अस्पतालों में 250 और पटियाला एवं अमृतसर के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में 20-20 जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न संस्थाओं की मदद ली जा रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण इलाकों में लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करेंगी। कोरोना वायरस से उत्पन्न भय के मद्देनजर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को सभी जनसभाओं, धार्मिक समागम और भीड़ जुटने वाले खेल आयोजनों पर रोक लगाने के आदेश दिए। यह आदेश राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जाने के एक दिन बाद दिया गया।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग की भी जिम्मेदारी देख रहे विज ने कहा कि हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और विभिन्न पहलुओं का संज्ञान ले रहे है। उन्होंने बताया कि पूरे राज्य में लोगों को जागरूक करने के लिए 100 शिविर लगाए जाएंगे और इस दौरान होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाएं मुफ्त वितरित की जाएंगी। विज ने बताया कि राज्य के सरकारी और निजी अस्पतालों में 1,206 बिस्तरों के साथ 270 पृथक वार्ड बनाए गए हैं।
रोहतक स्थित पीजीआईएमएस अस्पताल को गंभीर मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस बीच, इटली और स्विट्जरलैंड से पंजाब लौटे अधिकारी दंपत्ति ने स्वयं को अपने घर में पृथक कर लिया है।
कोरोना वायरस: बिहार में शैक्षणिक संस्थान, सिनेमाघर, चिड़ियाघर 31 मार्च तक बंद
बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए शुक्रवार को सभी शैक्षणिक संस्थान, सिनेमाघर, और चिड़ियाघर 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश दिए हैं और संकेत दिया कि स्थिति की समीक्षा के बाद अगले कुछ दिनों में और उपाय किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में महामारी पर एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि भीड़-भाड़ से बचने के लिए पटना में चिड़ियाघर, राज्य द्वारा संचालित संग्रहालय और पार्क भी 31 मार्च तक बंद रहेंगे।
मुख्य सचिव ने कहा, ‘‘हम सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को अपनी परीक्षाओं को स्थगित कर पुनर्निर्धारित करने के लिए कह रहे हैं। हम सीबीएसई परीक्षाओं के बारे में कोई आदेश नहीं दे रहे हैं क्योंकि प्रशासन की तरफ से आना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में, मध्याह्न भोजन योजना से लाभान्वित होने वाले बच्चों को उनके माता-पिता के बैंक खातों में स्कूल बंद की अवधि तक के लिए धन जमा किया जाएगा। आंगनवाड़ी केंद्र भी बंद रहेंगे और लाभार्थियों को सीधे नकद हस्तांतरण के माध्यम से मुआवजा दिया जाएगा।
राज्य के सभी जिलों में संबंधित विभागों के प्रमुखों को एक सुझाव दिया गया था कि परिसर में भीड़ को कम करने के लिए कर्मचारियों को वैकल्पिक दिनों में कार्यालय बुलाया जाए।
तमिलनाडु के निजी और सरकारी स्कूलों में 31 मार्च तक नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी कक्षाएं बंद
तमिलनाडु सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकारी एवं निजी विद्यालयों में नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी कक्षाएं 31 मार्च तक बंद रहेंगी। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में इसकी घोषणा की गयी है। अधिसूचना में साथ ही कहा गया है कि केरल की सीमा से सटे क्षेत्रों के शिक्षण संस्थान पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए छुट्टी घोषित करेंगे। दक्षिण भारत मे कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले केरल में आये हैं। अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘ कन्या कुमारी, तिरूनेलवेली,तेनकाशी, थेनी, कोयंबटूर, तिरूप्पुर और नीलगिरि जिलों में 31 मार्च तक पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं नहीं लगेंगी। ’’ उससे पहले मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने राज्य के एहतियाती कदमों की समीक्षा की थी। लेकिन सचिवालय में हुई इस बैठक में क्या चर्चा हुई थी उसपर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था।
कोरोना वायरस : दिल्ली सरकार ने आईपीएल सहित सभी खेल आयोजनों में लोगों के एकत्र होने पर रोक लगाई
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 सहित सभी खेल आयोजनों में दर्शकों के जुटने पर रोक लगा दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से कहा है कि वे कोरोना वायरस को लेकर जारी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें और अपने-अपने इलाकों में संभावित संक्रमण पर कड़ी नजर रखें।
सिसोदिया ने कहा, ‘‘आईपीएल सहित सभी खेल आयोजनों में लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी।’’ उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सामाजिक कार्यक्रमों से दूरी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है और कोई भी कार्यक्रम जहां पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो उससे दूरी अहम है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आईपीएल और ऐसे खेल आयोजनों में भारी संख्या में दर्शक जुटते हैं, इसलिए हमने अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक लगाने का फैसला किया है।’’ कोरोना वायरस के प्रति रक्षात्मक उपायों को अपनाने पर जोर देते हुए सिसोदिया ने लोगों को भीड़ से बचने की सलाह दी। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं सभी से कहना चाहता हूं कि वे सरकार के आदेशों का इंतजार नहीं करें बल्कि स्वयं एहतियातन बड़े आयोजनों से बचे। सरकार पूरा प्रयास कर रही है लेकिन कोरोना वायरस को फैलने से रोकने में जनता एवं सरकार के बीच आपसी सहयोग बहुत अहम है।’’
दक्षिण कोरिया का उदाहरण देते हुए सिसोदिया ने कहा कि वहां 30 संक्रमितों की पहचान कर उन्हें अलग कर दिया गया लेकिन 31वें व्यक्ति से हजारों लोग संक्रमित हो गए। उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसी स्थिति से बचने के लिए दिल्ली सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है, इसके बावजूद आप पाते हैं कि किसी समागम में विभिन्न हिस्सों से लोग आ रहे हैं तो ऐसे स्थानों पर जाने से बचे।’’
सिसोदिया ने कहा, ‘‘ हमारा विश्वास है कि सख्त निवारक उपायों से ही इस बीमारी को रोका जा सकता है और कई अन्य देश ऐसे कदमों का अनुपालन कर रहे हैं।’’ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि स्वयं को पृथक करना कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का सबसे अच्छा उपाय है। उन्होंने कहा, ‘‘यह हर बीतते दिन के साथ बढ़ने वाला खतरा है। मैं लोगों का आह्वान करता हूं कि वे स्वयं खुद को पृथक करें।’’
जैन ने कहा, ‘‘अगर आप में कोरोना वायरस (कोविड-19) के लक्षण हैं तो जांच कराएं, सार्वजनिक स्थलों से बचे और घर पर ही रहें। यह वायरस को फैलने से रोकने का सबसे बेहतर तरीका है।’’ उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के छह मामलों की पुष्टि हुई है। कोरोना वायरस के संक्रमण को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वैश्विक महामारी घोषित किया है।
राज्य में 30 मार्च तक सभी खेल स्पर्धायें स्थगित : ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के कारण राज्य में होने वाली सभी खेल प्रतियोगिताओं को 30 मार्च तक स्थगित कर दिया। ममता ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ से भी आई लीग मैच कराने के फैसले पर दोबारा विचार करने और हालात सुधरने तक स्थगित करने का आग्रह किया जिसमें मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के बीच खाली स्टेडियम में होने वाला मैच भी शामिल है।
राज्य के सभी खेल संघ के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ममता ने ऐहतियात के तौर पर सभी प्रतियोगिताओं को 30 मार्च तक स्थगित करने को कहा। उन्होंने बैठक के बाद कहा, ‘‘हम अगले 15 दिन में हालात पर नजर रखेंगे। हमने जिला या राज्य स्तर पर किसी भी खेल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं कराने का फैसला किया है। हम 30 मार्च को फिर हालात की समीक्षा करेंगे। ’’ इस बैठक में बंगाल क्रिकेट संघ, ईस्ट बंगाल, मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग और एआईएफएफ और भारतीय फुटबाल संघ के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।