कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर रमजान के दौरान कर्नाटक के मस्जिदों में पांच बार सामूहिक इबादत करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। राज्य अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने कहा है कि नमाज अदा करने के लिए मस्जिद के कर्मचारियों द्वारा लोगों को बुलाए जाने पर भी रोक है। कर्नाटक सरकार ने कहा है कि इस दौरान दावत-ए-सहरी और इफ्तार की भी कोई व्यवस्था नहीं की जाएगी।
सोमवार (13 अप्रैल) को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी मुस्लिम समुदाय से आह्वान किया था कि कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए कुछ दिनों बाद शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने के दौरान लोग लॉकडाउन एवं सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाए रखने का पूरी तरह पालन करें। इसके साथ हीअपने घरों में ही इबादत व इफ्तार करें। उन्होंने कहा कि लोग ''तराबी'' भी अपने घरों में पढ़े। तराबी रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज है।
भारत में केसों की संख्या 12 हजार पार
भारत में कोरोना वायरस के केसों में बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरुवार (16 अप्रैल) को देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 12380 हो गई है जबकि कोविड-19 से संक्रमित 414 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में 10477 लोग संक्रमित हैं, 1488 लोगों का उपचार हो चुका है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है जबकि एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है। संक्रमण के इन मामलों में 72 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस से 941 नए मामले सामने आए हैं जबकि 37 और लोगों का निधन हुआ है।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 187 लोगों की मौत
अब तक कुल 414 मौतों में से, सबसे ज्यादा 187 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं, इसके बाद मध्य प्रदेश में 53, गुजरात में 33, दिल्ली में 32 पर और तेलंगाना में 18 मौतें हुई हैं। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 14-14 लोगों के मारे जाने की सूचना है। पंजाब और कर्नाटक में 13-13 मौतें हुई हैं और उत्तर प्रदेश में 11 मौतें हुई हैं।
पश्चिम बंगाल में सात मौतें दर्ज की गई हैं। जम्मू-कश्मीर में चार लोगों की जान चली गई है जबकि केरल, हरियाणा और राजस्थान में तीन-तीन मौतें हुई हैं। झारखंड में दो मौतें हुई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मेघालय, बिहार, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक मौत हुई है।