दारुल उलूम देवबंद ने जारी किया फतवा, कोरोना महामारी में सैनेटाइजर प्रयोग सही, मस्जिदों के अन्दर इस्तेमाल करना गलत नहीं
By भाषा | Published: June 13, 2020 02:41 PM2020-06-13T14:41:15+5:302020-06-13T14:41:15+5:30
इस्लामी शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने कहा कि सैनेटाइजर का प्रयोग कोरोना वायरस महामारी के दौरान किया जा सकता है। बरेली से जारी फतवे में कहा गया था कि यह नाजायज है।
सहारनपुरःइस्लामी शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने सैनेटाइजर के इस्तेमाल को लेकर फतवा जारी किया है। दारुल उलूम के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने बताया कि फतवा विभाग ने देश के मौजूदा हालात और कोरोना वायरस से बचाव के लिये सैनेटाइजर के प्रयोग को सही करार दिया है।
जारी फतवे मे बताया गया है कि देश मे इस समय कोरोना वायरस माहमारी फैली हुई है। ऐसे में मस्जिदों के अन्दर अल्कोहल युक्त सैनेटाइजर का इस्तेमाल करना गलत नहीं है। बरेली से जारी फतवे में सैनेटाइजर के प्रयोग को नाजायज करार दिया गया था, जिससे एक सशंय की स्थिति बन गयी थी। उस्मानी ने बताया कि दारुल उलूम ने हालात और मजबूरी के मद्देनजर सैनेटाइजर के प्रयोग को सही ठहराया है।
दारुल उलूम देवबंद में इस साल कोई भी नया दाखिला नहीं होगा
इस्लामी शिक्षा के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने फैसला किया है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर इस साल कोई भी नया दाखिला नहीं होगा। संस्थान के मुताबिक, जिन छात्रों का दाखिला पहले हुआ था वही इस बार दारुल उलूम में पढ़ाई कर सकेंगे।
दारुल उलूम के प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने बताया, ‘‘मोहतमिम (प्रबंधक) की ओर से संस्थान में यह नोटिस लगा दिया गया है कि सरकार के निर्देश के अनुसार अगले आदेश तक शिक्षण सस्थान बंद है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘संस्थान के ऐसे छात्र जो अपने घर पर हैं, उनसे भी कहा गया है कि जब तक सरकार शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का आदेश नहीं देती है, तब तक वे अपने घर पर ही रहें ।’’ उन्होंने कहा कि यदि कोई छात्र बिना किसी कारण यात्रा कर देवबंद पहुंचता है तो उसे संस्थान में रहने और खाने की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
फतेहपुरी मस्जिद चार जुलाई तक बंद रहेगी : शाही इमाम
दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम ने बाहरी लोगों के लिए चार जुलाई तक मस्जिद को बंद किए जाने की घोषणा की। इससे पहले, बृहस्पतिवार को जामा मस्जिद को बंद किए जाने का ऐलान किया गया था।
फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा जारी रहने के मद्देनजर मस्जिद को बंद रखने का फैसला किया गया है। अहमद ने कहा, '' अब मस्जिद में केवल इसके कर्मचारी ही परिसर में नमाज अदा करेंगे और लोगों को घरों में ही नमाज अदा करने को कहा गया है।
बाहरी लोगों के लिए मस्जिद चार जुलाई तक बंद रहेगी। आगे का फैसला हालात के हिसाब से लिया जाएगा।'' वहीं, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने उलेमाओं और लोगो से विचार-विमर्श के बाद मस्जिद को 30 जून तक के लिए बंद किए जाने की घोषणा की थी। केंद्र की ओर से लॉकडाउन में दी गई ढील के बाद आठ जून से धार्मिक स्थलों को दोबारा खोला गया है, जिसके तहत जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद भी खोली गई थीं।