देवघर में विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ धाम मेले पर कोरोना का वार, कांवड़ यात्रा नहीं, सरकार का आदेश
By एस पी सिन्हा | Published: June 17, 2020 05:06 PM2020-06-17T17:06:23+5:302020-06-17T17:06:23+5:30
देवघर में लगनेवाला श्रावणी मेला इस बार आयोजित नहीं होगा. इसे लेकर झारखंड सरकार ने आदेश जारी कर दिया है. झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है. ऐसे में श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं हो सकता.
रांचीः विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला पर कोरोना का संकट भारी पड़ गया है. इस बार सावन में भक्त भगवान भोले का दर्शन नहीं कर पाएंगे. कोरोना संकट के इस काल में श्रावणी मेला संभव नहीं है.
देवघर में लगनेवाला श्रावणी मेला इस बार आयोजित नहीं होगा. इसे लेकर झारखंड सरकार ने आदेश जारी कर दिया है. झारखंड सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है. ऐसे में श्रावणी मेला व रथ मेला का आयोजन नहीं हो सकता.
वहीं इसे लेकर भागलपुर में भी तैयारी नहीं की जा रही है. इस बारे में भागलपुर डीएम ने कहा कि अभी तक देवधर प्रशासन की ओर से मेले को लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं मिली है कि मेला होगा या नहीं. जल्द ही वे इसकी जानकारी लेंगे.
कोविड-19 महामारी से बचाओ रोकथाम व इसके संभावित प्रसार को रोकने के उद्देश्य सभी धार्मिक प्रतिष्ठानों को बंद किया गया है. बावजूद बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रवेश द्वार पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ हो जा रही है. इस अवधि में बाबा वैद्यनाथ मंदिर में यात्रियों की भीड़ एकत्रित ना हो व कोरोना संक्रमण के संभावित प्रसार की रोकथाम को लेकर उपायुक्त जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय के निर्देशानुसार विभिन्न स्थानों पर ड्रॉप ग्रेट बैरियर लगाकर सिर्फ यात्रियों के आवागमन पर प्रभावी ढंग से रोक लगाने का आदेश जारी किया गया है.
डीसी ने पालीवाल दण्डाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों व पुलिसबल की प्रतिनियुक्ति 3 पालियों में की है. यहां बता दें कि बिहार के भागलपुर जिलान्तर्गत सुल्तानगंज से लेकर 105 किलोमीटर दूर झारखण्ड की सांस्कृतिक राजधानी वैद्यनाथ धाम तक अनवरत 1 माह तक चलने वाले श्रावणी मेले को लेकर जहां हर वर्ष अभी तक लगभग तैयारियां पूर्ण कर ली जातीं थीं. लेकिन इस वर्ष कोरोना के कहर के चलते सब ठप रहा.
यहां उल्लेखनीय है कि 6 जुलाई से श्रावणी मेला शुरू होना है. त्रेता युग से ही इस मेले की परंपरा चली आ रही है. श्रावणी मेले में देश-विदेश से लाखों लोग जुटते हैं. इससे लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता है. देवघर की पूरी अर्थव्यवस्था श्रावणी मेले पर ही निर्भर रहती है. मेले के आयोजन नहीं होने से उनके समक्ष रोजगार का संकट भी उत्पन्न हो जाएगा.
संक्रमण के फैलाव को लेकर केन्द्र की ओर से लागू लॉकडाउन की वजह से देवघर में बंद पडे द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेठ कामनालिंग बाबा वैद्यनाथ मंदिर के पट को लेकर यह स्थिति बनी हुई है. केन्द्र सरकार की ओर से अन-लॉकडाउन-01 के साथ देश के प्राय: बडे़ धार्मिक स्थलों में आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने के बावजूद देवघर के बाबा मंदिर को आम श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोले जाने का निर्णय लिया गया है.