जम्मू-कश्मीर में कोरोना का कहर, अप्रैल में 289 मरीजों की मौत, मई के पहले चार दिन में 152 की गई जान
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: May 4, 2021 15:07 IST2021-05-04T15:04:35+5:302021-05-04T15:07:56+5:30
Coronavirus: जम्मू-कश्मीर में कोरोना मामलों और इससे मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू भी इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस का कहर (फाइल फोटो)
जम्मू: कोरोना की दूसरी लहर के बीच जम्मू कश्मीर में बढ़ता मौत का आंकड़ा सभी को डराने लगा है। अप्रैल महीने में प्रदेश में 289 मरीजों की मौत हुई तो मई के पहले ही चार दिनों में (दोपहर तक) 152 लोग जिन्दगी की जंग हार चुके हैं।
कोरोना के कहर को रोकने की खातिर चार जिलों जम्मू, श्रीनगर, बारामुल्ला और बडगाम में लॉकडाउन जारी है जबकि बाकी जिलों में रात के कर्फ्यू के साथ ही गुरुवार शाम 7 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक का कोरोना कर्फ्यू भी लागू किया जा चुका है।
इन सबके बावजूद न ही नए मरीजों की संख्या में कोई गिरावट आ रही है और न ही मौतों के आंकड़ों में कमी हो रही है। दरअसल चार जिलों में पूर्ण लॉकडाउन के बीच सुबह 6 बजे से दोपहर 10 बजे तक दी गई आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी और बेचने की छूट के दौरान भाड़ी भीड़ भी नजर आ रही है।
पिछले माह अप्रैल के अंतिम सप्ताह में ही कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा ऊपर जाने लगा था। वहीं इस महीने एक मई को 47, दो मई को 40 और 3 मई को 51 मरीजों की मौत हुई है। 4 मई को दोपहर तक के अपडेट के मुताबिक 14 मरीज दम तोड़ चुके थे। अधिकतर मौतें दोनों राजधानी शहर जम्मू व श्रीनगर में ही हो रही हैं।
यह भी सच है कि कोरोना पर काबू पाने की खातिर पूरे प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन लगाने पर भी प्रशासन व व्यापारी बंटे हुए हैं। कई व्यापारी संघ इसके पक्ष में नजर आते थे तो छोटे दुकानदार इसे घातक बताते हैं। वहीं बढ़ते मरीजों की संख्या ने प्रशासन की चुनौती बढ़ा दी है। सूबे में कई जगहों पर चिकित्सा व्यवस्थाएं अब हांफने लगी हैं।