इंदौर:मध्य प्रदेश के जिले इंदौर में एक कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। वह इंदौर के एमटीएच अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल प्रभारी डॉ सुमित शुक्ला का कहना है कि मां और जुड़वां बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ हैं और यह एक सामान्य प्रसव था।
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब कोरोना वायरस से संक्रमित किसी महिला ने बच्चे को जन्म दिया हो। हाल ही में ओडिशा के बरहामपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित 32 साल की एक महिला ने बुधवार को सरकारी अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। यह महिला गुजरात के सूरत से लौटने के बाद कोविड-19 से संक्रमित पाई गई थी। जुड़वां बच्चों में एक लड़का और एक लड़की है। एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक एस के मिश्रा ने बताया था कि लड़के की कम वजन की वजह से मौत हो गई जबकि मां और लड़की की हालत स्थिर है।
इसके अलावा महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भी एक कोरोना पॉजिटिव महिला द्वारा बच्ची को जन्म देने का मामला सामने आया था। अधिकारियों ने बताया था कि महिला गर्भावस्था के 36वें सप्ताह में वायरस से संक्रमित पाई गई। इसके बाद प्रसव की योजना निजी अस्पताल की बहु विशेषज्ञों वाली कोविड कार्यबल टीम ने सतर्कता पूर्वक तैयार की थी। वाशी स्थित हीरानंदानी अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा विभाग की डॉक्टर फराह इंगाले ने कहा था कि मरीज का स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश के अनुसार इलाज किया गया और उसपर उपचार का सही असर हुआ।
देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में 28 वर्षीय संक्रमित महिला ने शनिवार को एक सरकारी अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। इस महामारी के प्रकोप के बीच यह अपनी तरह का अनोखा मामला है। महाराजा तुकोजीराव होलकर (एमटीएच) चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया, "कोविड-19 से संक्रमित पायी गयी गर्भवती महिला को शनिवार सुबह अचानक प्रसव पीड़ा उठनी शुरू हुई। इसके बाद उसने अस्पताल में सामान्य जचगी के दौरान अपनी जुड़वां संतानों के रूप में दो बालकों को जन्म दिया।"
शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 संक्रमित महिला को तय समय से महीना भर पहले प्रसव हुआ है। उसके जुड़वां बच्चों का वजन 1.6-1.6 किलोग्राम है जो सामान्य नवजातों के मुकाबले कम है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ डॉक्टरों का दल जच्चा और उसके दोनों बच्चों की सेहत पर लगातार निगाह रखे हुए है। जानकारों के मुताबिक गर्भावस्था की सामान्य अवधि के बाद पैदा होने वाले बच्चों का वजन आमतौर पर 2.5 से 3.5 किलोग्राम के बीच होता है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण मद्देनजर इंदौर जिला रेड जोन में बरकरार है। जिले में अब तक इस महामारी के 2,933 मरीज मिले हैं। इनमें से 111 मरीजों की मौत हो चुकी है।