Coronavirus: बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा, तबलीगी जमात के संपर्क में आने के बाद 64 लोग संक्रमित
By एस पी सिन्हा | Published: April 12, 2020 03:41 PM2020-04-12T15:41:55+5:302020-04-12T15:41:55+5:30
कोरोना वायरस (Coronavirus) ने अब पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। ऐसे में शनिवार (11 अप्रैल) रात को बिहार में भी तीन लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। वहीं, अब बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है।
पटना:बिहार में कोरोना (Coronavirus) से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। शनिवार (11 अप्रैल) रात को तीन लोगों में कोरोना वायरस पुष्टि हुई है। इसके साथ ही बिहार में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है। बिहार में पिछले तीन दिनों में कोरोना के मामलों में काफी इजाफा हुआ है।
सिवान और मुंगेर के मामले में फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री को छोड़ दें तो बिहार में कोरोना का सबसे बडा संकट तबलीगी जमात के संक्रमण चेन के कारण पैदा हुआ है। बिहार में अब तक तबलीगी जमात से संपर्क करने वाले तकरीबन 9 पॉजिटिव के सामने आ चुके हैं। हालांकि, सिवान और मुंगेर में जमातियों के कारण संक्रमण नहीं फैला, लेकिन नवादा और बेगूसराय में जो संक्रमित पाए गये वह जमातियों से जुड़े रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार की रात जो 4 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, वह जमात के संक्रमण चेन से जुड़े हुए हैं। इनमें दो मामले बेगूसराय और दो नवादा जिले से हैं। इनमें एक नवादा की एक लड़की है, जिसका नवादा के पहले से कोरोना पॉजिटिव मरीज से संपर्क रहा है। शनिवार की रात मिले शेष दो मामले बेगूसराय के एक युवक व एक वृद्ध के हैं। इस तरह से बिहार के सभी चारों में पॉजिटिव के इस जमात के संक्रमण वाले चेन से निकलकर आए हैं। सरकार ने इन नए केस के बारे में जानकारी तो दी है, लेकिन इनकी ट्रैवल हिस्ट्री को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है।
बिहार में अब तक तबलीगी जमात से संपर्क करने वाले तकरीबन 9 पॉजिटिव के सामने आ चुके हैं। हालांकि, सिवान और मुंगेर में जमातियों के कारण संक्रमण नहीं फैला, लेकिन नवादा और बेगूसराय में जो इनफेक्टेड पाए गए वह जमातियों से जुड़ रहे हैं। नवादा और बेगूसराय जिले में तबलीगी चेन के कारण जो लोग संक्रमित पाए गए हैं, लेकिन वह सही-सही जानकारी सरकार के साथ साझा नहीं कर रहे हैं और यही वजह है कि इनके संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान करने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं।
बेगूसराय में जो 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए उनमें ज्यादातर जमात के लोगों के संपर्क में रहे भले ही वह तबलीगी नहीं रहे हों, लेकिन जमातियों से उनका वास्ता रहा। अब तक सरकार यह पता नहीं लगा पाई है कि जमातियों ने इन लोगों के अलावा किन-किन लोगों के साथ संपर्क स्थापित किया?
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, दो संक्रमित मरीज बेगूसराय जिले के हैं, जबकि एक नवादा की 16 साल की लड़की भी कोरोना संक्रमित पाई गई है। शनिवार दोपहर को नवादा के एक 45 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीं 16 वर्षीय संक्रमित लड़की का संबंध भी नवादा से है।
इसके अलावा बेगूसराय के दोनों संक्रमित की उम्र 63 और 40 साल है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि संक्रमित मरीजों से सीधे संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन करने का आदेश दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए कह दिया गया है। जल्द ही हम सबकी पहचान कर क्वारंटाइन करेंगे।
कोरोना टेस्ट के लिए इन सभी लोगों के नमूने लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये लोग कोविड-19 मरीज के संपर्क में आकर कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। बिहार में अभी तक मिले मामलों में सर्वाधिक 29 सिवान के हैं। सिवान के रघुनाथपुर स्थित पंजवार गांव से सर्वाधिक मामले मिले हैं। उनमें से चार संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। जबकि, 24 अभी भी इलाज में हैं।
इस तरह से बिहार में सिवान कोरोना का सबसे बडा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है। सात मामलों के साथ बेगूसराय दूसरे स्थान पर है। सात मामले तो मुंगेर में भी मिले हैं। वहां के एक संक्रमित की मौत भी हो चुकी है। पर, अब वह हॉट स्पॉट नहीं रहा, क्योंकि वहां की संक्रमण चेन को तोड़कर सभी संक्रमितों को स्वस्थ किया जा चुका है। बिहार में सबसे ज्यादा मामले सिवान जिले से आए हैं। यहां पर कुल 29 कोरोना मरीज हैं, जिसमें से 21 लोग एक ही परिवार के हैं।
इसके अलावा मुंगेर में 7, पटना में 5, गया में 5, बेगूसराय में 7, गोपालगंज में 3, नालंदा में 2, नवादा में 3, लखीसराय में 1, सारण में 1 और भागलपुर में 1 कोरोना पॉजिटिव मरीज है। बिहार के 11 जिले इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इस बीच पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जनरल वार्ड से सिवान की एक महिला कोरोना जांच के पहले भाग गई। डॉक्टर संदेह के आधार पर उसका सैंपल लेकर कोरोना की जांच कराने जा रहे थे कि इसके पहले ही वह भाग गई। पीएमसीएच प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है। इसके बाद पुलिस उसे खोज रही है।